भारत ने विश्व आर्थिक मंच के ट्रैवल एंड टूरिज्म डेवलपमेंट इंडेक्स 2024 में 119 देशों की रैंकिंग में 39वां स्थान हासिल किया है। बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और अनुकूल सरकारी नीतियों के चलते भारत ने अपनी स्थिति को मजबूत किया है। केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि हालांकि 2021 में भारत 54वें स्थान पर था लेकिन नई मेथडोलॉजी के तहत इसे 38वें स्थान पर एडजस्ट कर दिया गया था।
गौरतलब है कि भारत सरकार स्वदेश दर्शन और प्रसाद जैसी योजनाओं के तहत पर्यटन स्थलों पर सुविधाओं का विकास कर रही है। इसके अलावा मेडिकल वैल्यू ट्रैवल के लिए लॉन्च किए गए एडवांटेज हेल्थकेयर इंडिया पोर्टल ने भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिकित्सा पर्यटन को बढ़ावा दिया है।
इस सप्ताह की शुरुआत में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि भारत वैश्विक मंच पर किफायती चिकित्सा पर्यटन के एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभर रहा है और देश के डॉक्टर इस विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा था, “भारत विश्व मंच पर किफायती चिकित्सा पर्यटन के एक प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित हो रहा है और इस विकास में डॉक्टरों की प्रमुख भूमिका है। अन्य देशों से लोग यहां उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए भारत आते हैं।”
शेखावत के मुताबिक 5,000 से अधिक वर्षों की सभ्यता के इतिहास में 43 विश्व धरोहर स्थलों, 56 संभावित विश्व धरोहर स्थलों और राष्ट्रीय महत्व के लगभग 3,500 स्मारकों के साथ, “भारत की सांस्कृतिक विरासत इसकी वैश्विक ताकत का प्रमाण है। उन्होंने बताया कि भारत में बेहतर कनेक्टिविटी जिनमें 1,50,000 किलोमीटर सड़क नेटवर्क, 500 नए हवाई मार्गों का विकास, 150 नए हवाई अड्डों का निर्माण और वंदे भारत जैसी हाई-स्पीड ट्रेन शामिल हैं।