विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की दक्षिण-पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक साइमा वाजेद ने बताया कि दक्षिण-पूर्व एशिया में अनुमानित 294 मिलियन से अधिक लोग उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं। विश्व उच्च रक्तचाप दिवस पर वाजेद ने इस बात पर जोर दिया कि वैश्विक और राष्ट्रीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए उच्च रक्तचाप को रोकने और नियंत्रित करने के प्रयासों को और मजबूत करने की आवश्यकता है।
विश्व उच्च रक्तचाप लीग (डब्ल्यूएचएल) के मुताबिक उच्च रक्तचाप ‘गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) की वैश्विक महामारी में एक प्रमुख कारण बन रहा है। 2005 में डब्ल्यूएचएल द्वारा शुरू किए गए विश्व उच्च रक्तचाप दिवस का उद्देश्य “साइलेंट किलर” के बारे में जागरूकता बढ़ाना तथा उच्च रक्तचाप से निपटने के लिए लोगों को प्रेरित करना है। इस वर्ष “अपने रक्तचाप को सटीक रूप से मापें, इसे नियंत्रित करें, लंबे समय तक जीवित रहें” थीम के साथ हाइपरटेंशन दिवस मनाया जा रहा है।
वाजेद ने इस बात पर जोर दिया कि उच्च रक्तचाप के बढ़ते प्रसार के लिए नमक का अधिक सेवन, तंबाकू और शराब का उपयोग, अस्वास्थ्यकर आहार, शारीरिक निष्क्रियता, तनाव और वायु प्रदूषण प्रमुख कारण हैं।
डब्ल्यूएचओ क्षेत्रीय निदेशक ने दी उच्चरक्तचाप को नियंत्रित करने की सलाह
उन्होंने बताया कि “सबसे पहले हमें तंबाकू नियंत्रण, नमक में कमी, ट्रांस-फैटी एसिड का उपयोग बंद करने, शारीरिक गतिविधियों को बढ़ावा देने और वायु प्रदूषण को कम करने के लिए डब्ल्यूएचओ के निर्देशों का पालन करके उच्च रक्तचाप के जोखिम कारकों को कम किया जा सकता है। क्षेत्रीय निदेशक ने कहा मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, तपेदिक और एचआईवी कार्यक्रमों सहित अन्य राष्ट्रीय कार्यक्रमों के साथ उच्च रक्तचाप की रोकथाम पर भी जोर देना चाहिए।
वाजेद ने जोर देकर कहा कि उच्च रक्तचाप वाले वयस्कों में,आधे लोग इस बात से अनजान हैं कि उन्हें उच्चरक्तचाप की समस्या है भी या नहीं उन्होंने बताया कि लगभग 6 में से 1 का रक्तचाप नियंत्रण में नहीं है।
वाजेद ने कहा कि दक्षिण-पूर्व एशियाई क्षेत्र ने उच्च रक्तचाप की रोकथाम और नियंत्रण को अपनी प्राथमिकताओं में से एक के रूप में पहचाना है। दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में हृदय रोगों की रोकथाम और नियंत्रण में तेजी लाने वाली सीहार्ट्स 2023 में छिहत्तरवीं क्षेत्रीय समिति द्वारा समर्थित एक पहल है। इसे प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल में हृदय रोग की रोकथाम और नियंत्रण का दुनिया का सबसे बड़ा विस्तार माना जा सकता है।