उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य को प्रधानमंत्री पुरस्कार (पीएम अवॉर्ड) से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान जल जीवन मिशन में सौर ऊर्जा के उत्कृष्ट उपयोग और जनकल्याणकारी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए दिया जा रहा है। बता दें कि यह पुरस्कार अप्रैल में दिल्ली में प्रदान किया जाएगा।
जल जीवन मिशन के तहत, योगी सरकार ने ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में पेयजल की समस्या को सुलझाने के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग किया। इस परियोजना में सोलर पैनलों की स्थापना की गई जिससे न केवल ऊर्जा की बचत हुई बल्कि पानी की आपूर्ति भी निर्बाध रूप से सुनिश्चित हुई। इस पहल से पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिला है।
नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के अपर मुख्य सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत 33,229 योजनाएं सौर ऊर्जा पर आधारित हैं। इनसे राज्य सरकार को लगभग एक लाख करोड़ रुपये की बचत होगी। साथ ही, हर साल 13 लाख मीट्रिक टन कार्बन डाई ऑक्साइड के उत्सर्जन में कमी आएगी। अगले 30 वर्षों में 390 लाख कार्बन क्रेडिट अर्जित किए जा सकेंगे। केंद्र सरकार ने इस पहल को बेस्ट प्रैक्टिस के रूप में मान्यता दी है।
इसके अलावा, बहराइच की जिलाधिकारी (डीएम) मोनिका रानी को भी प्रधानमंत्री पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने जिले में विकास और जनकल्याण योजनाओं को प्रभावी तरीके से लागू किया। जनभागीदारी और नवाचार के माध्यम से उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे। उन्हें यह पुरस्कार जिले के समग्र विकास की श्रेणी में दिया जाएगा।