देश में सभी वर्ग के लोगों के लिए केंद्र सरकार की तमाम योजनाएं उन तक पहुंचे और उनकी सभी समस्याओं को समय से निपटारा हो, इसे लेकर सरकार प्रतिबद्ध है। इसी के तहत दिव्यांग लोगों की सहायता के लिए पहली राष्ट्रीय टोल -फ्री हेल्पलाइन की शुरुआत की गई। हेल्पलाइन नंबर का उद्देश्य चौबीस घंटे और सातों दिन दिव्यांग लोगों के लिए सहायता की सुविधा प्रदान करना है।
21 प्रकार की दिव्यांगता शामिल
गोवा में आयोजित हो रहे अंतरराष्ट्रीय पर्पल फेस्टिवल -2024 के दौरान 1800 22 2014 हेल्पलाइन नंबर लॉन्च किया गया। इस मौके पर सामाजिक न्याय राज्य मंत्री रामदास अठावले और दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के सचिव राजेश अग्रवाल भी मौजूद थे। इस मौके पर राजेश अग्रवाल ने कहा कि यह पहल दिव्यांगता से संबंधित परेशानियों को संबोधित करने के लिए समर्पित पहली आईवीआरएस (इंटरएक्टिव वॉयस रिस्पांस सिस्टम) हेल्पलाइन है, जिसमें 21 प्रकार की दिव्यांगता शामिल की गई हैं।
हेल्पलाइन का उद्देश्य
उन्होंने बताया कि हेल्पलाइन की व्यापक सेवाओं में दिव्यांगता की रोकथाम, प्रबंधन, विशेष स्कूलों में शैक्षिक अवसरों और केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी शामिल है। इसके अतिरिक्त यह व्यावसायिक प्रशिक्षण, नौकरी के अवसरों और विशेष रोजगार के बारे में विशिष्ट जानकारी प्रदान करता है। उन्होंने बताया कि हेल्पलाइन का उद्देश्य परिवारों को अनावश्यक और महंगी परिवहन लागत वहन करने की आवश्यकता को कम करना है।
उन्होंने बताया कि भारत में 6 टेलीफोन सर्किलों में मौजूदा बुनियादी ढांचे का लाभ लेते हुए, हेल्पलाइन दिव्यांगजन और उनके परिवारों की भाषाई और विविध आवश्यकताओं को पूरा करती है।