आज जब देश में आर्थिक विकास की बात आती है तो पर्यटन उसमें एक अहम भूमिका निभाता नज़र आता है | इसमें भी धार्मिक पर्यटन का अपना विशेष स्थान है | भारतीय जीवनशैली में धर्म एक अहम भूमिका अदा करता है | इस बीच अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण आर्थिक विकास के नए द्वार खोलेगा | वास्तव में धार्मिक पर्यटन बुनियादी संरचना , रोजगार , निवेश , उत्पादन हर मोर्चे पर आर्थिक विकास को गति देता है | इस मंदिर के निर्माण से न केवल अयोध्या बल्कि पूरे देश में धार्मिक पर्यटन और आर्थिक विकास को मजबूती मिलेगी |
उल्लेखनीय है कि पर्यटन अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है | आज कई देशों की अर्थव्यवस्था पर्यटन उद्योग के इर्द – गिर्द घूमती है। अनेक देशों में पर्यटन उद्योग से प्राप्त आय वहां की अर्थव्यवस्था को मजबूती देती है। जब भी कोई व्यक्ति मुख्य रूप से अपने धार्मिक विश्वास के आधार पर किसी तीर्थस्थल की यात्रा करता है, तो इसे धार्मिक पर्यटन के रूप में जाना जाता है। धार्मिक पर्यटक पूजा करने या किसी अन्य आस्था के पर्व के रूप में तीर्थयात्रा करते हैं | साल 2022 में, यात्रा और पर्यटन क्षेत्र ने वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में 7.6% का योगदान दिया | जबकि भारत की जीडीपी में धार्मिक यात्राओं का योगदान 2.32 फीसदी है और मंदिर की इकोनॉमी करीब 3.02 लाख करोड़ की है, जिसमें फूलों की बिक्री से लेकर पूजा पाठ तक शामिल है |
ध्यातव्य है कि अयोध्या में नए राम मंदिर का निर्माण देश के आर्थिक विकास में मील का पत्थर साबित होगा | भारत की ओर पर्यटको को आकर्षित करने यह अहम भूमिका निभाएगा | पूरे विश्व से लोग अयोध्या आएंगे | उनके खर्च से देश की अर्थव्यवस्था में तरलता बढ़ेगी | अर्थव्यवस्था में तरलता से मांग बढ़ेगी फ़लस्वरूप इससे उत्पादन बढ़ेगा और अर्थव्यवस्था का चक्र आगे बढ़ेगा | इसी क्रम में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे | जिसमें यात्रा एजेंट और संचालक , हवाई , भू और समुद्री परिवहन , गाइड हाॅटलो के मालिक , अतिथि गृह , रेस्तरां , और दुकाने शामिल है। पर्यटन से स्थानीय कर प्राप्तियों के रूप में अर्थव्यवस्था को जो लाभ होता है , उससे निर्धनता उन्मूलन , शिक्षा , स्वास्थ्य , सेवा , आवास , पेयजल , तथा स्वच्छता , मनोरंजन , आदि पर काम किया जा सकता है ।यह मंदिर विदेशी मुद्रा के अर्जन की दृष्टि से भी अहम है |
अयोध्या में मंदिर के अलावा इंफ्रास्ट्रक्चर के स्तर पर भी लगातार प्रयास हो रहे हैं | आपको याद होगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि भारत को विकसित देश बनाने के अभियान को अयोध्या से नई गति मिल रही है | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महर्षि वाल्मीकि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा अयोध्या धाम, हाईवे, रेलवे स्टेशन व रेलवे लाइन दोहरीकरण के साथ कई बड़ी परियोजनाओं की सौगात अयोध्या को दिया । पीएम ने अन्य अनेक योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया |
अगर भारत को अगले कुछ वर्षों में 5 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनना है तो अयोध्या प्रमुख धार्मिक केंद्र के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा | यह उत्तर प्रदेश , जिसकी आबादी देश में सबसे ज्यादा है , के लिए विकास का नया वाहक बनेगा। अयोध्या में हर महीने लाखों पर्यटकों के आने की उम्मीद है। जबकि विदेशी पर्यटक तुलनात्मक रूप से कुछ ज्यादा रकम ही खर्च करके जाएंगे |
अयोध्या के विकास से अयोध्या के साथ-साथ काशी और मथुरा और देश के अन्य अन्य तीथस्थलों में भी धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा | एक तरह से धार्मिक सर्किट के रूप में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा | ऐसे में उत्तर प्रदेश की देश के विकास में अहम भूमिका हो सकती है | दूसरी तरफ दक्षिण भारत और अन्य राज्यों से लोगों बड़े पैमाने पर लोगों आने से देश की एकता और अखंडता मजबूत होगी | मंदिर परिसर के अलावा अयोध्या के बुनियादी संरचना से आस पास के इलाकों में भी समावेशी विकास को बढ़ावा मिलेगा | दर्जनों जिलों की अर्थव्यवस्था में क्रन्तिकारी परिवर्तन आ सकती है | एक तरफ उत्तर प्रदेश में नोएडा तकनीकी विकास का केंद्र है | दूसरी ओर अयोध्या धार्मिक पर्यटन का केंद्र होगा |
आपको बता दें कि अयोध्या एक स्वच्छ, सुंदर व समृद्ध स्थल के रूप में विकसित हो रही है | वास्तुकार और शहरी योजनाकार दीक्षु कुकरेजा, ने कहा कि डिज़ाइन विज़न में सभी आधुनिक सुविधाएं शामिल हैं जो 21 वीं सदी में एक विश्व स्तरीय शहर में होनी चाहिए। हाईस्पीड ट्रेनों का संचालन और अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट अयोध्या की अर्थव्यवस्था को तेजी से बढ़ाने में सहायक है । इस बात का ध्येय है कि हर व्यक्ति आत्मनिर्भर और सक्षम बने। इस प्रकार संस्कृति और विकास के संगम के रूप में अयोध्या देश ही नहीं विश्व पटल पर सभी का ध्यान आकर्षित कर रही है | साथ ही देश के विकास में भी अहम भूमिका अदा करने को तैयार है |
दीपक दुबे