अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का अनुष्ठान आज से प्रारम्भ होगा। उधर अयोध्या में बन रहे रामलला के मंदिर में सोने के दरवाजों के लगाने का काम पूरा हो गया है। राम मंदिर के भूतल पर कुल 14 सोना जड़ित दरवाजों को लगाया गया है।
14 स्वर्ण जड़ित दरवाजों की स्थापना का काम पूरा
मंदिर के गर्भगृह में लगा दरवाजा करीब 12 फीट ऊंचा और 8 फीट चौड़ा है। दरवाजे के चौखट के ऊपर भगवान विष्णु की शयन मुद्रा में चित्र को उकेरा गया है। राम मंदिर में कुल 46 दरवाजे लगेंगे, इनमें से 42 पर 100 किलोग्राम सोने की परत चढ़ाई जाएगी। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र से मिली जानकारी के अनुसार राम मंदिर के भूतल पर सभी 14 स्वर्ण जड़ित दरवाजों की स्थापना का काम पूरा हो गया है। राम मंदिर में सोना मढ़ा हुआ पहला दरवाजा सोमवार (8 जनवरी) को लगाया गया था। सभी दरवाजों का कार्य सोमवार को पूरा हो गया है।
वाराणसी के पंडित करेंगे प्राण प्रतिष्ठा का संपूर्ण कर्मकांड
वहीं अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का अनुष्ठान आज से प्रारम्भ होगा। यह 21 जनवरी तक चलेगा। 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह आयोजित किया जाएगा।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने अभिजीत नक्षत्र के समय का निकाला है और प्राण प्रतिष्ठा का संपूर्ण कर्मकांड वाराणसी के ही लक्ष्मीकांत दीक्षित जी के देखरेख में होगा।
श्री राम की प्रतिमा 5 वर्ष के बालक की
उन्होंने जानकारी दी कि रामलला की मूर्ति 150 से 200 किलोग्राम के वजन की खड़ी प्रतिमा है और प्रतिमा 5 वर्ष के बालक की है। उन्होंने बताया कि 18 जनवरी को गर्भ में अपने आसन पर रामलला विराजमान हो जाएंगे और प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व मूर्ति को जल, फल, औषधि सहित अन्य वस्तुओं में अधिवास कराया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम को अंतिम रूप देने के लिए 20 और 21 जनवरी को रामलला का दर्शन बंद रहेगा।