प्रतिक्रिया | Sunday, July 06, 2025

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11/11/23 | 9:01 am

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एमएसएमई क्षेत्र ने पार किया 15 करोड़ रोजगार देने का आंकड़ा : केंद्रीय लघु उद्योग मंत्री 

सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए रोजगार प्रदान करने के 15 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है, एमएसएमई मंत्री नारायण राणे ने इस उल्लेखनीय उपलब्धि की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर साझा की। मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि उद्यम पोर्टल पर 3 करोड़ से अधिक एमएसएमई इकाइयों के पंजीकृत किया गया है, उन्होंने इस उपलब्धि को हासिल करने में उद्यम पोर्टल की भूमिका को स्वीकार किया, इस उद्यम पोर्टल पर पंजीकृत लगभग 99 लाख अनौपचारिक एमएसएमई इकाईयां शामिल हैं।  

महिला उद्यमिता को बढ़ावा

इन 3 करोड़ पंजीकृत एमएसएमई में 41 लाख से अधिक महिलाओं के स्वामित्व वाले एमएसएमई हैं। राने ने एमएसएमई क्षेत्र में महिला कामगारों के महत्वपूर्ण योगदान पर भी बल दिया। उन्होंने बताया 15 करोड़ रोजगार अवसर में 3.4 करोड़ से अधिक महिलाएं भी शामिल हैं। यह एमएसएमई क्षेत्र के माध्यम से महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने और महिलाओं को सशक्तिकरण के लिए केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता को उजागर करता है ।

केंद्रीय मंत्री ने इस सफलता का श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व को दिया, जिनका एमएसएमई क्षेत्र के प्रति अटूट समर्थन इसके विकास में सहायक रहा है। राणे ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में एमएसएमई मंत्रालय सूक्ष्म, लघु और मध्यम दर्जे के उद्यमियों को सक्रिय रूप से बढ़ावा दे रहा है, जो नई आजीविका पैदा कर देश को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। मंत्री ने कहा कि यह महत्वपूर्ण उपलब्धि लघु और मध्यम उद्योमों के लचीलेपन और समर्पण का सबूत है। सरकार के निरंतर समर्थन और उठाये गए कदमों से एमएसएमई क्षेत्र और मजबूत हो रहा है।

सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम

केंद्र सरकार के जारी नवीनतम अधिसूचना वर्ष 2020 के आधार पर सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों की नई परिभाषाएं इस प्रकार हैं:

i. सूक्ष्म उद्यम वह है, जिसमें संयंत्र या मशीनरी एक करोड़ रुपए से अधिक का निवेश नहीं होता है, तथा उसका कुल कारोबार पांच करोड़ रुपए से अधिक नहीं होता है।

ii. लघु उद्यम वह है जिसमें संयंत्र या मशीनरी में दस करोड़ रुपए से अधिक का निवेश नहीं होता है तथा उसका कारोबार पचास करोड़ रुपए से अधिक नहीं होता है। 

iii. मध्यम उद्यम वह है जिसमें संयंत्र या मशीनरी में पचास करोड़ रुपए से अधिक का निवेश नहीं होता है तथा उसका कारोबार दो सौ पचास करोड़ रुपए से अधिक नहीं होता है।

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आखरी अपडेट: 6th Jul 2025