विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और यूक्रेन के उनके समकक्ष के बीच बुधवार को टेलीफोन पर बातचीत हुई। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाने पर चर्चा के साथ यूक्रेन में चल रहे संघर्ष पर विचारों का आदान-प्रदान किया। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोशल मीडिया पर बातचीत की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दिमित्रो कुलेबा के साथ सार्थक चर्चा हुई।
यूक्रेन के विदेश मंत्री ने सोशल मीडिया पर कहा कि, “2024 में मेरी पहली फोन कॉल यूक्रेन-भारत संबंधों को लेकर एस जयशंकर के साथ रही। मैंने अपने समकक्ष को रूस के द्वारा फैलाए जा रहे आतंक और बड़े पैमाने पर हवाई हमलों के बारे में सूचित किया, जिससे आम लोगों को नुकसान उठाना पड़ा और देश में विनाश हुआ है।
हमने शांति फॉर्मूला को लेकर आगे सहयोग करने पर चर्चा की। इस संबंध में मैंने एस जयशंकर को नेताओं के वैश्विक शांति शिखर सम्मेलन के लिए यूक्रेन के दृष्टिकोण को बताया।
हम निकट भविष्य में 2018 के बाद से भारत-यूक्रेन अंतर-सरकारी आयोग की पहली बैठक आयोजित करने पर सहमत हुए। हमारे द्विपक्षीय संबंधों के इस प्राथमिक तंत्र का कायाकल्प हमें व्यापक तरीके से संयुक्त रूप से आगे बढ़ने की अनुमति देगा।”
विदेश मंत्री एस जयशंकर हाल ही में पाँच दिवसीय दौरे पर रूस गए थे। इस दौरान उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मुलाकात की थी।