प्रतिक्रिया | Thursday, September 19, 2024

28/07/23 | 12:38 pm

किसी भी नोट के सीरियल नंबर के बीच में क्यों दिया जाता है स्टार निशान, RBI ने किया स्पष्ट

500 रुपये के नोट को लेकर सोशल मीडिया पर ऐसी अफवाह फैली कि आरबीआई को भी सामने आना पड़ा। आरबीआई ने ‘स्टार’ निशान (*) वाले नोट की वैधता को लेकर सोशल मीडिया पर जताई जा रही तमाम आशंकाओं को खारिज किया है। आरबीआई ने कहा कि आपके पास ऐसा कोई बैंक नोट आया है, जिसमें सीरीज के बीच स्टार लगा है। ये नोट किसी भी दूसरे वैध नोट के ही समान है।

आरबीआई ने क्या कहा

आरबीआई ने जारी बयान में कहा कि गलत छपाई वाले नोट की जगह जारी किए जाने वाले नोट पर अंकित संख्या वाले पैनल में स्टार निशान जोड़ा गया है। इस स्टार निशान को देख कर कुछ लोगों ने इसे दूसरे 500 रुपये के नोट से तुलना करते हुए नकली या अवैध बता दिया। जिसके बाद आरबीआई ने संज्ञान लेते हुए जानकारी दी है। रिजर्व बैंक ने बताया कि सीरियल नंबर वाले नोटों की गड्डी में गलत ढंग से छपे नोट के बदले स्टार निशान वाले नोट जारी किए जाते हैं। स्टार का यह निशान नोट के नंबर और उसके पहले दर्ज होने वाले अक्षरों के बीच में लगाया जाता है।

नोट पर स्टार निशान का क्या है अर्थ

रिजर्व बैंक ने यह स्पष्टीकरण नोटों के नंबर पैनल में स्टार निशान होने पर उनकी वैधता को लेकर कुछ सोशल मीडिया पोस्ट में आशंकाएं जाहिर करने के बाद दिया है। आरबीआई ने कहा कि स्टार निशान वाला बैंक नोट किसी भी दूसरे वैध नोट की ही तरह है। उसका स्टार निशान बस यह दर्शाता है कि उसे बदले गए या दोबारा प्रिंट किए गए नोट की जगह जारी किया गया है।

बता दें कि स्टार नोट का प्रचलन नोट की प्रिंटिंग को आसान बनाने, लागत कम करने के लिए साल 2006 में शुरू किया गया था। इससे पहले रिजर्व बैंक गलत प्रिंट होने वाले नोट को उसी नंबर के सही नोट से बदलता था।

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आखरी अपडेट: 19th Sep 2024