प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए वर्ष में 2 और 3 जनवरी 2024 को तमिलनाडु, लक्षद्वीप और केरल का दौरा करेंगे। इस दौरान, वे तमिलनाडु में 19,850 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। पीएम मोदी तमिलनाडु में रेल, सड़क, तेल एवं गैस और शिपिंग क्षेत्रों से संबंधित कई परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित करेंगे। तिरुचिरापल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन करेंगे। आईजीसीएआर, कलपक्कम में तैयार स्वदेशी प्रमाणित फास्ट रिएक्टर फ्यूल रीप्रोसेसिंग प्लांट (डीएफआरपी) राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री लक्षद्वीप में 1150 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। आजादी के बाद पहली बार लक्षद्वीप को सबमरीन ऑप्टिक फाइबर केबल से जोड़ा जाएगा।
तमिलनाडु में पीएम मोदी
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के अनुसार 2 जनवरी 2024 को सुबह करीब 10:30 बजे तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली पहुंचेंगे। तिरुचिरापल्ली के भारतीदासन विश्वविद्यालय के 38वें दीक्षांत समारोह में प्रधानमंत्री विश्वविद्यालय के मेधावी छात्रों को पुरस्कार प्रदान करेंगे। इस अवसर पर वह जनसमूह को भी संबोधित करेंगे। तिरुचिरापल्ली में सार्वजनिक कार्यक्रम में पीएम तिरुचिरापल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन करेंगे। यह टर्मिनल भवन 1100 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है, दो-स्तरीय नया अंतर्राष्ट्रीय टर्मिनल भवन सालाना 44 लाख से अधिक यात्रियों और व्यस्त समय के दौरान लगभग 3500 यात्रियों को सेवा देने की क्षमता रखता है।
रेलवे परियोजनाएं राष्ट्र को करेंगे समर्पित
पीएम मोदी अनेक रेलवे परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इनमें 41.4 किलोमीटर लंबे सेलम-मैग्नेसाइट जंक्शन-ओमालूर-मेट्टूर बांध खंड के दोहरीकरण की परियोजना शामिल है, मदुरै-तूतीकोरिन तक 160 किलोमीटर के रेल लाइन खंड के दोहरीकरण की परियोजना और रेल लाइन विद्युतीकरण के लिए तीन परियोजनाएं अर्थात तिरुचिरापल्ली- मनामदुरै- विरुधुनगर; विरुधुनगर – तेनकासी जंक्शन, सेनगोट्टई – तेनकासी जंक्शन – तिरुनेलवेली – तिरुचेंदूर शामिल हैं। रेल परियोजनाएं माल ढुलाई और यात्रियों को ले जाने की रेल क्षमता में सुधार करने में मदद करेंगी और तमिलनाडु में आर्थिक विकास और रोजगार सृजन में योगदान देंगी।
महत्वपूर्ण सड़क विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे
वे सड़क क्षेत्र की पांच परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित करेंगे। परियोजनाओं में एनएच-81 के त्रिची-कल्लागम खंड के लिए 39 किमी लंबी चार लेन की सड़क शामिल है, एनएच-81 के कल्लागम-मीनसुरूट्टी खंड की 60 किमी लंबी 4/2-लेन, एनएच-785 के चेट्टीकुलम-नाथम खंड की 29 किमी लंबी चार-लेन की सड़क, एनएच-536 के कराईकुडी-रामनाथपुरम खंड के पक्के किनारे के साथ 80 किमी लंबी दो लेन, और एनएच-179ए सेलम – तिरुपथुर – वानियमबाडी रोड के 44 किमी लंबे खंड को चार लेन बनाना। सड़क परियोजनाएं क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित और तेज़ यात्रा की सुविधा प्रदान करेंगी और त्रिची, श्रीरंगम, चिदंबरम, रामेश्वरम, धनुषकोडी, उथिराकोसमंगई, देवीपट्टिनम, इरवाडी, मदुरै जैसे औद्योगिक और वाणिज्यिक केन्द्रों की कनेक्टिविटी में सुधार करेंगी।
इसके साथ-साथ पीएम मोदी महत्वपूर्ण सड़क विकास परियोजनाओं का शिलान्यास भी करेंगे। इनमें एनएच 332ए के मुगैयुर से मरक्कनम तक 31 किमी लंबी चार लेन की सड़क का निर्माण शामिल है। यह सड़क तमिलनाडु के पूर्वी तट पर बंदरगाहों को जोड़ेगी, विश्व धरोहर स्थल – मामल्लपुरम तक सड़क सम्पर्क बढ़ाएगी और कलपक्कम परमाणु ऊर्जा संयंत्र को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगी।
वे कलपक्कम स्थित इंदिरा गांधी परमाणु अनुसंधान केन्द्र (आईजीसीएआर), में फास्ट रिएक्टर फ्यूल रीप्रोसेसिंग प्लांट (डीएफआरपी) भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
लक्षद्वीप में 1150 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे
बता दें कि लक्षद्वीप की अपनी यात्रा में पीएम मोदी 1150 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे, राष्ट्र को समर्पित करेंगे और आधारशिला रखेंगे। आजादी के बाद पहली बार लक्षद्वीप को सबमरीन ऑप्टिक फाइबर केबल से जोड़ा जाएगा। समर्पित सबमरीन ओएफसी लक्षद्वीप द्वीपों में संचार बुनियादी ढांचे में एक आदर्श बदलाव सुनिश्चित करेगी, जिससे तेज और अधिक विश्वसनीय इंटरनेट सेवाएं, टेलीमेडिसिन, ई-गवर्नेंस, शैक्षिक पहल, डिजिटल बैंकिंग, डिजिटल मुद्रा उपयोग, डिजिटल साक्षरता आदि सक्षम होंगी।
वही कदमत में निम्न तापमान थर्मल डिसेलिनेशन (एलटीटीडी) संयंत्र राष्ट्र को समर्पित करेंगे। राष्ट्र को समर्पित अन्य परियोजनाओं में कावारत्ती में सौर ऊर्जा संयंत्र शामिल है, जो लक्षद्वीप की पहली बैटरी समर्थित सौर ऊर्जा परियोजना है।