प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रविवार को नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री मुरुगन के आवास पर पोंगल समारोह में भाग लिया। सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने तमिलनाडु के हर घर में गूंजने वाली उत्सव पर प्रकाश डालते हुए पोंगल की शुभकामनाएं दीं। अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने नागरिकों को शुभकामनाएं देते हुए लोहड़ी और मकर संक्रांति सहित देश भर में चल रहे उत्सवों का का उल्लेख किया।
राष्ट्र निर्माण में शिक्षित नागरिकों, ईमानदार व्यापारियों और किसानों की भूमिका महत्वपूर्ण
पीएम मोदी ने संत तिरुवल्लुवर को याद करते हुए राष्ट्र निर्माण में शिक्षित नागरिकों, ईमानदार व्यापारियों और संपन्न कृषि क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने त्योहारों और ग्रामीण समुदाय के बीच संबंधो का उल्लेख किया जिसमें किसानों की महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानते हुए भगवान को ताजी कटी हुई फसलें चढ़ाने की पोंगल की परंपरा का विशेष उल्लेख किया।
पोंगल के दौरान पारंपरिक डिजाइन कोलम को चित्रित करने के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की विविधता के साथ समानताएं भी गिनाई । उन्होंने कहा कि देश की ताकत तब प्रकट होती है जब देश का हर कोना भावनात्मक रूप से एक-दूसरे से जुड़ता है, जो “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की राष्ट्रीय भावना को दर्शाता है।
श्री अन्न से जुड़े स्टार्टअप की पीएम ने की सराहना
प्रधानमंत्री ने मोटे अनाज/बाजरे की खेती में लगे किसानों पर सकारात्मक प्रभाव को स्वीकार करते हुए बाजरे के बारे में बढ़ती जागरूकता पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने बाजरा से संबंधित स्टार्टअप उद्यम शुरू करने में युवाओं की उद्यमशीलता की भावना की सराहना की। इस अवसर पीएम मोदी ने एकता के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि एकता की भावना 2047 तक विकसित भारत के निर्माण के लिए प्रमुख शक्ति है। उन्होंने पोंगल के शुभ अवसर पर देश की एकता को मजबूत करने के लिए पुन: समर्पण का आह्वान किया।