केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के 77वें स्थापना दिवस समारोह के दौरान अध्यक्षीय भाषण में मानक स्थापित करने की दिशा में वैश्विक रूप से अग्रणी होने की भारत की क्षमता पर प्रकाश डाला। अपने भाषण में केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि बीआईएस को न केवल मानकों को अपनाना चाहिए बल्कि अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप मानकों के निर्माता भी बनने पर भी जोर देना चाहिए। उन्होंने लिफ्ट,एयर फिल्टर और चिकित्सा वस्तुओं जैसे उदाहरणों का हवाला देते हुए कहा कि मानकों को वैश्विक स्तर पर बनाया जाना चाहिए।
प्रतिदिन 4.3 लाख से अधिक वस्तुओं का होता है हॉलमार्क
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने इसके लिए मानक से जुड़े संस्थाओं और लोगों से उचित परामर्श लेने की सलाह दी इसके साथ उद्योग प्रतिनिधियों की भागीदारी पर भी जोर दिया। आभूषणों की हॉलमार्किंग में बीआईएस के प्रयासों की सराहना करते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि अनिवार्य हॉलमार्किंग अब 343 जिलों को कवर करती है, जिसमें प्रतिदिन 4.3 लाख से अधिक वस्तुओं का हॉलमार्क किया जाता है। उन्होंने बताया कि लोगों द्वारा खरीदे गए 90% गहने अब हॉलमार्क वाले हैं, जो गुणवत्ता के साथ प्रामाणिकता को भी सुनिश्चित करते हैं।
गुणवत्ता नियंत्रण आदेश बढ़कर 156 हुए
केंद्राय मंत्री गोयल ने बताया गुणवत्ता नियंत्रण आदेश (क्यूसीओ) में महत्वपूर्ण प्रगति की ओर इशारा किया यह देखते हुए कि 2014 तक 106 उत्पादों के लिए केवल 14 क्यूसीओ थे। वहीं अब ये बढ़कर 156 क्यूसीओ हो गया है जोकि 672 उत्पादों को कवर करता है। क्यूसीओ लगाए जाने से 2015 से 2023 तक खिलौनों के आयात में 52% की गिरावट आई है, जो उत्पाद की गुणवत्ता की दिशा सकारात्मक प्रभाव को दिखाता है।
जीरो डिफेक्ट के साथ जीरो इम्पैक्ट वाले उत्पादों का हो निर्माण
‘शून्य दोष, शून्य प्रभाव' की दृष्टिकोण को साझा करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा शून्य जलवायु प्रभाव के साथ उच्च गुणवत्ता वाले,टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों के उत्पादन के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने दोहराया कि उत्पाद की लागत और गुणवत्ता दोनों का ध्यान रखें जो उद्योग और उपभोक्ताओं दोनों के लिए फायदेमंद साबित होगा। केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने युवा पीढ़ी से भारत में गुणवत्ता और विकास का अग्रदूत बनने का आह्वान किया। उन्होंने ई-लर्निंग को बढ़ावा देने और कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में परख पहल को बढ़ाने में योगदान देने का आग्रह किया।
केंद्रीय मंत्री गोयल ने भारतीय मानक स्थापना दिवस समारोह में भारत के मानक परिदृश्य को आगे बढ़ाने, एवं गुणवत्ता सुनिश्चित करने और देश को वैश्विक मानकों के रूप में स्थापित करने की प्रतिबद्धता को जाहिर किया। उन्होंने इन उद्देश्यों को प्राप्त करने में सहयोग,नवाचार और दूरदर्शी दृष्टिकोण के महत्व पर जोर दिया।