प्रतिक्रिया | Thursday, October 10, 2024

13/03/24 | 4:26 pm | Yog Mahotsav

‘महिला सशक्तिकरण के लिए योग’ की थीम के साथ मनाया गया योग महोत्सव 2024

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के 100 दिन और बचे हैं ऐसे में योग के बारे में जागरूकता के लिए नई दिल्ली में आज बुधवार 13 मार्च को योग महोत्सव-2024आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की इस वर्ष की थीम “महिला सशक्तिकरण के लिए योग” के साथ मनाया गया। गौरतलब है कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस हर वर्ष 21 जून को मनाया जाता है। इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का 10वां संस्करण मनाया जाएगा।

इस अवसर पर आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने कहा कि योग महोत्सव 2024 का उद्देश्य महिलाओं की भलाई और वैश्विक स्वास्थ्य और शांति को बढ़ावा देने के साथ योग को एक व्यापक आंदोलन के रूप में आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि योग महिलाओं को सशक्त बनाने,उनके शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक, सामाजिक और आध्यात्मिक कल्याण का एक सशक्त माध्यम है और सशक्त महिलाएं ही देश के नेतृत्व,मार्गदर्शन, और सामाजिक परिवर्तन, विविधता और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

‘मन की संतुलित स्थिति ही योग है : हंसाजी जयदेव

इस मौके पर द योगा इंस्टीट्यूट, मुंबई की निदेशक हंसाजी जयदेव ने कहा कि ‘मन की संतुलित स्थिति ही योग है।’ अपने संबोधन के दौरान उन्होंने अच्छे कार्यों जोर दिया, उन्होंने बताया वे सबसे अच्छी मुद्रा हैं जो हमें हमेशा के लिए स्वस्थ बनाए रखती हैं। जयदेव ने इस बात पर भी जोर दिया कि योग मूलतः जागरूकता का विज्ञान है, जो व्यक्तियों को अपने शरीर, दिमाग और पर्यावरण के बारे में गहरी जागरूकता पैदा करने में सक्षम बनाता है।

योग गैर संचारी रोगों से निपटने में सक्षम

एसवीवाईएएसए विश्वविद्यालय, बेंगलुरु के चांसलर डॉ. एच.आर. नागेंद्र ने योग को समग्र जीवन के विज्ञान के रूप में बताया। उन्होंने कहा कि योग हमारे दैनिक जीवन को संतुलित करके आधुनिक जीवनशैली के विकारों के साथ-साथ गैर-संचारी रोगों से उत्पन्न चुनौतियों से भी प्रभावी ढंग से निपटने में महत्वपूर्ण निभाता है।

योग को और आसान बनाने के लिए एमडीएनआईवाई द्वारा डिजिटल रूप से तैयार किये गए आयुष योग पोर्टल, एमडीएनआईवाई वेबसाइट, नमस्ते योग और वाई-ब्रेक ऐप के बारे में भी चर्चा की गई। ये मोबाइल एप्स एंड्राॅइड और आईओएस पर भी उपलब्ध हैं। जो योग दिनचर्या, प्रगति ट्रैकिंग और ध्यान सत्र की सुविधा प्रदान करते हैं।

इस अवसर पर आयुष मंत्रालय के डीडीजी सत्यजीत पॉल,आयुष मंत्रालय के सलाहकार (आयुर्वेद), वैद्य मनोज नेसारी, राष्ट्रीय होम्योपैथी आयोग के अध्यक्ष डॉ. अनिल खुराना और आयुष मंत्रालय के कई अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी रही।

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आखरी अपडेट: 10th Oct 2024