प्रतिक्रिया | Wednesday, January 15, 2025

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24/03/24 | 12:17 pm | Assam rifles raising day

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असम राइफल्स के स्थापना दिवस पर गृहमंत्री अमित शाह ने दी बधाई

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज रविवार 24 मार्च को असम राइफल्स के स्थापना दिवस पर जवानों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं दीं। 1835 में स्थापित असम राइफल्स को ‘कछार लेवी’ नामक मिलिशिया के नाम से भी जाना जाता है। वर्तमान में, स्थानीय निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए असम राइफल्स सबसे दूरस्थ (रिमोट) और अविकसित क्षेत्रों में तैनात है।

गृहमंत्री अमित शाह ने दी बधाई

स्थापना दिवस के मौके पर अमित शाह ने सोशल मीडिया ‘एक्स’पर लिखा, ‘असम राइफल्स के कर्मियों और उनके परिवार के सदस्यों को उनके स्थापना दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं। उन्होंने कहा कि असम राइफल्स सदैव सतर्क और विजयी बल पूर्वोत्तर में देश की आंतरिक सुरक्षा की रक्षा करने और लोगों को सुरक्षित करने के लिए एक ढाल के रूप में खड़ा है। मातृभूमि के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले शेरदिल सैनिकों को सलाम।’

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा ने भी दी बधाई

अमित शाह के अलावा असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी शुभकामनाएं दीं और कहा कि बल ने क्षेत्र में शांति बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सरमा ने लिखा ‘भारत की सबसे पुरानी अर्धसैनिक सेवा, असम राइफल्स के सभी कर्मियों को उनके स्थापना दिवस पर बधाई। उत्तर पूर्व के प्रहरी’ के रूप में जाने जाने वाले बल ने क्षेत्र में शांति बनाए रखने और जरूरत के समय लोगों की सहायता करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।’

असम राइफल्स की 46 बटालियनें करती हैं पूर्वोत्तर सीमा की रक्षा

1960 में 17 बटालियनों के साथ अपनी स्थापना के बाद से, बल में पर्याप्त वृद्धि हुई है। इसमें अब 46 बटालियन शामिल हैं। इसके अलावा, यह एक प्रशिक्षण केंद्र और कई रसद इकाइयों का रखरखाव करता है। आदिवासी क्षेत्रों में अपनी लंबी सेवा के जरिये असम राइफल्स ने जनता का पूरा विश्वास हासिल किया है और राष्ट्रीय संरचना में उनके एकीकरण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

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आखरी अपडेट: 15th Jan 2025