उत्तरी त्रिपुरा जिले के कदमतला में दुर्गा पूजा के चंदे को लेकर हुए हिंसक सांप्रदायिक संघर्ष में एक व्यक्ति की मौत हो गई और सुरक्षाकर्मियों समेत कई अन्य घायल हो गए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पूरे इलाके में कर्फ्यू लागू कर दिया गया। सुरक्षा बलों द्वारा फ्लैग मार्च किया जा रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रोफेसर डॉ मानिक शाहा ने लोगों से शांति और सौहार्द्र बनाए रखने की अपील की है।
पुलिस द्वारा सोमवार दी गई जानकारी के अनुसार असम-त्रिपुरा सीमा के पास स्थित कदमतला में हुई इस घटना को लेकर पूरे इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है। हालांकि, फिलहाल स्थिति नियंत्रण में बतायी जा रही है। राज्य सरकार ने दो धार्मिक समूहों के बीच संघर्ष को रोकने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया है।
सूत्रों के अनुसार यह घटना 6 अक्टूबर को उस समय हुई, जब कदमतला में रहने वाले मुस्लिम अल्पसंख्यक समुदाय का एक परिवार इलाज के लिए असम जा रहा था। रास्ते में उन्हें एक दुर्गा पूजा आयोजक द्वारा रोककर कथित तौर पर उनसे चंदे की मांग की गई। इस दौरान उन लोगों में तीखी बहस के बाद हाथापाई हो गई।
इस टकराव के बाद मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने पूजा आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए स्थानीय थाने के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। उनकी शिकायत के आधार पर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। स्थिति तब और बिगड़ गई, जब उपद्रवियों ने स्थानीय बाजार पर हमला कर दिया और दुकानों में तोड़फोड़ और आगजनी की, जिससे तनाव और बढ़ गया। उपद्रवियों ने कई दुकानों में लूटपाट की और कुछ घरों पर भी हमला किया। आखिरकार, कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा बीएनएस अधिनियम की धारा 163 लागू की गई।
पूरे इलाके में सीमा सुरक्षा बल (BSF) और त्रिपुरा स्टेट राइफल्स (TSR) के 300 से ज़्यादा जवानों को तैनात किया गया है, जो फ्लैग मार्च कर रहे हैं। सुरक्षा बल किसी भी उत्पन्न होने वाली अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। (H.S)