राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) के 146वें पाठ्यक्रम के दीक्षांत समारोह में 205 कैडेटों को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से प्रतिष्ठित स्नातक की डिग्री प्रदान की गई। दीक्षांत समारोह के दौरान मित्र विदेशी देशों के 17 कैडेटों को भी डिग्री प्रदान की गई। थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे कैडेटों की गतिविधि प्रदर्शन के दौरान उपस्थित थे।
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के 146वें पाठ्यक्रम का दीक्षांत समारोह गुरुवार (23 मई) को पुणे स्थित एनडीए के हबीबुल्लाह हॉल में आयोजित किया गया। कुल 205 कैडेटों को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से प्रतिष्ठित स्नातक की डिग्री प्रदान की गई। इस दीक्षांत कार्यक्रम के मुख्य अतिथि धर्मशाला स्थित हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति और शिमला स्थित हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलपति (अतिरिक्त प्रभार) प्रोफेसर (डॉ.) सत प्रकाश बंसल थे।
कुल 82 कैडेटों को विज्ञान विषय में, 84 कैडेटों को कंप्यूटर विज्ञान विषय में और 39 कैडेटों को कला विषय में डिग्री प्रदान की गई। साथ ही, दीक्षांत समारोह के दौरान मित्र विदेशी देशों के 17 कैडेटों को भी डिग्री प्रदान की गई। इसके अलावा नौसेना और वायु सेना के 132 कैडेटों ने बीटेक विषय में भी ‘तीन साल के पाठ्यक्रम’ का प्रमाणपत्र प्राप्त किया। इन नौसेना और वायु सेना कैडेटों को उनके संबंधित प्री-कमीशन प्रशिक्षण अकादमिक संस्थानों- एझिमाला स्थित भारतीय नौसेना अकादमी और हैदराबाद के वायु सेना अकादमी में एक साल का प्रशिक्षण पूरा करने के बाद डिग्री प्रदान की जाएगी।
इस कार्यक्रम में बसंत सत्र (स्प्रिंग टर्म)- 2024 की शैक्षणिक रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम में कैडेटों ने साहसी और निडर घुड़सवारी प्रदर्शन के साथ सभी को मंत्रमुग्ध और आश्चर्यचकित कर दिया। इसके अतिरक्त एनडीए के कैडेटों ने एक समकालिक त्रि-सेवा आक्रमण डेमो करके संयुक्त कौशल का प्रदर्शन किया। इसके बाद विशिष्ट आकाश गंगा टीम ने साहसी और लुभावनी स्काई डाइविंग प्रदर्शन किया।
वहीं, कैडेटों ने अपने शारीरिक प्रशिक्षण मानकों को एक अच्छी तरह से सिंक्रनाइज और उत्साहजनक क्रम में प्रदर्शित किया, जिसमें रस्सी कूदने के व्यायाम और जिमनास्टिक युद्धाभ्यास शामिल थे। इसके बाद संगीतमय आरोहण का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया गया, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस कार्यक्रम का समापन हाई हॉर्स टीम ने 146वें पाठ्यक्रम के लिए एडीआईईयू की झांकी निर्माण बिडिंग के साथ हुआ।