राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) के कार्यों की निगरानी के लिए केंद्र की सात सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति गठित की जा चुकी है। जी हां, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षाओं के पारदर्शी, सुचारू और निष्पक्ष संचालन को सुनिश्चित करने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पूर्व अध्यक्ष डॉ. के. राधाकृष्णन की अध्यक्षता में विशेषज्ञों की एक उच्च-स्तरीय समिति का गठन किया है। इस समिति द्वारा परीक्षा प्रक्रिया के तंत्र में सुधार, डेटा सुरक्षा प्रोटोकॉल में सुधार और एनटीए की संरचना और कार्यप्रणाली पर सिफारिशें की जाएंगी। यह समिति 2 महीने के भीतर मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने इस संबंध में क्या बताया ?
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने इस संबंध में बताया है कि समिति का उद्देश्य एनटीए द्वारा आयोजित परीक्षाओं के पारदर्शी और कदाचार मुक्त आयोजन के लिए सुझाव देना है। इसके लिए वह परीक्षा की प्रक्रिया का शुरू से लेकर अंत तक विश्लेषण करेगी और तंत्र में सुधार के लिए सुझाव देगी जिससे किसी संभावित लीकेज को टाला जा सके। वह एनटीए की मानक परिचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) की भी समीक्षा करेगी और एसओपी तथा निगरानी प्रक्रिया को मजबूत करने के लिए सुझाव देगी।
वहीं डाटा सुरक्षा प्रोटोकॉल को मजबूत करने के लिए समिति एनटीए के मौजूदा डाटा सुरक्षा प्रक्रियाओं और प्रोटोकॉल का आकलन कर उसमें सुधार के लिए सुझाव देगी। प्रश्न पत्र तैयार करने और परीक्षा की अन्य प्रक्रियाओं से जुड़े सुरक्षा प्रोटोकॉल की भी वह जांच करेगी तथा सुझाव देगी। समिति एनटीए के संगठनात्मक ढांचे में बदलाव पर भी अपने सुझाव देगी ताकि डाटा सुरक्षा और परीक्षा प्रक्रियाओं में सुझाए गये सुधारों को लागू किया जा सके।
कौन है इस उच्च-स्तरीय समिति में शामिल ?
1. डॉ. के. राधाकृष्णन, (अध्यक्ष)पूर्व अध्यक्ष, इसरो और अध्यक्ष बीओजी, आईआईटी कानपुर।
2. डॉ. रणदीप गुलेरिया, (सदस्य)पूर्व निदेशक, एम्स दिल्ली।
3. प्रो. बी जे राव, (सदस्य)कुलपति, केंद्रीय विश्वविद्यालय हैदराबाद
4. प्रो. राममूर्ति के, (सदस्य)प्रोफेसर एमेरिटस, सिविल इंजीनियरिंग विभाग, आईआईटी मद्रास।
5. पंकज बंसल, (सदस्य)सह-संस्थापक, पीपल स्ट्रॉन्ग और बोर्ड सदस्य- कर्मयोगी भारत।
6. प्रो. आदित्य मित्तल, (सदस्य)डीन स्टूडेंट अफेयर्स, आईआईटी दिल्ली
7. गोविंद जायसवाल, (सदस्य सचिव)संयुक्त सचिव, शिक्षा मंत्रालय,भारत सरकार