भारत और माॅल्डोवा आज शुक्रवार को राजनयिक और आधिकारिक पासपोर्ट के लिए वीजा छूट पर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता दोनों देशों के बीच राजनयिक और आधिकारिक पासपोर्ट धारकों को बिना वीजा के एक-दूसरे देश की यात्रा करने की अनुमति देगा।
भारतीय विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) पवन कपूर और माॅल्डोवा के राजदूत एना ताबन ने अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हुए समझौते पर हस्ताक्षर किया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह समझौता भारत और मोल्डोवा के बीच संबंधों को और गति देगा।
विदेश मंत्रालय में एक बयान में बताया कि यह समझौता दोनों देशों के राजनयिक और आधिकारिक पासपोर्ट धारकों को बिना वीजा के दूसरे देश की यात्रा करने की अनुमति देगा।
भारत और माॅल्डोवा के बीच राजनयिक संबंध 20 मार्च 1992 में स्थापित
विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह समझौता दोनों देशों के बीच मैत्रीपूर्ण और सौहार्दपूर्ण संबंधों को और गति प्रदान करेगा । गौरतलब है कि भारत और माॅल्डोवा के बीच राजनयिक संबंध 20 मार्च 1992 को स्थापित हुए थे।
इससे पहले जनवरी में, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मिहाई पोपसोई को माॅल्डोवा के उप प्रधानमंत्री और विदेश मामलों के मंत्री के रूप में उनकी नियुक्ति पर बधाई दी थी। विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने कहा कि वह भारत और माॅल्डोवा के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए मिलकर काम करने को उत्सुक हैं।