लाभकारी और प्रसंस्करण क्षमताओं के विस्तार को लेकर दो-दिवसीय ”महत्वपूर्ण खनिज शिखर सम्मेलन नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में सोमवार को शुरू हुआ। खान मंत्रालय ने महत्वपूर्ण खनिजों के क्षेत्र में ज्ञान आधारित सहयोग प्रदान करने के लिए शक्ति सस्टेनेबल एनर्जी फाउंडेशन के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। उल्लेखनीय है, शिखर सम्मेलन का उद्देश्य भारत को महत्वपूर्ण खनिज प्रसंस्करण के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करना है। यह शिखर सम्मेलन आज (मंगलवार) भी अपने विचार-विमर्श को जारी रखने के लिए तैयार है। इसके माध्यम से महत्वपूर्ण खनिज क्षेत्र में एक आत्मनिर्भर और विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी भागीदार बनने की देश की महत्वाकांक्षाओं का समर्थन किया जा सकेगा।
खान मंत्रालय द्वारा जारी एक प्रेस रिलीज में कहा गया कि सोमवार (29 अप्रैल) लाभकारी और प्रसंस्करण क्षमताओं के विस्तार को लेकर दो-दिवसीय ”महत्वपूर्ण खनिज शिखर सम्मेलन शुरू हुआ। मंत्रालय के संरक्षण में शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया गया। खान सचिव वी एल कांता राव ने महत्वपूर्ण खनिजों के लाभ और प्रसंस्करण में सहयोग व नवाचार को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन किए गए इस शिखर सम्मेलन के उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता की।
इस दौरान खान मंत्रालय और शक्ति सस्टेनेबल एनर्जी फाउंडेशन के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। यह समझौता ज्ञापन खान मंत्रालय, शक्ति सस्टेनेबल एनर्जी फाउंडेशन, ऊर्जा, पर्यावरण और जल परिषद (सीईईडब्ल्यू) और टीईआरआई के बीच साझेदारी की शुरुआत करता है। यह साझेदारी महत्वपूर्ण खनिजों के क्षेत्र में ज्ञान आधारित सहयोग प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करेगी, जो भारत के आर्थिक विकास, राष्ट्रीय सुरक्षा और कार्बन उत्सर्जन के न्यूनीकरण के लिए महत्वपूर्ण हैं।
इसके अलावा शिखर सम्मेलन ने भारत की प्रसंस्करण व लाभकारी क्षमताओं के निर्माण और घरेलू एवं वैश्विक बाजारों के लिए व्यापक बनाने की रणनीतियों जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर महत्वपूर्ण पैनल चर्चा की भी मेजबानी की।