उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को महाराष्ट्र में भाजपा को मिली असफलता की जिम्मेदारी ली है। उन्होंने आगामी विधानसभा में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए भाजपा नेतृत्व से संवैधानिक पदों अर्थात उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री पद से मुक्त करने की पेशकश की है। फडणवीस ने कहा कि वे इस सम्बन्ध में केंद्रीय नेतृत्व से मिलकर बात करने वाले हैं।
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इस बार लोकसभा चुनाव में भाजपा को सिर्फ 9 सीटें मिली हैं, जबकि 2024 में भाजपा को राज्य में 23 सीटें मिलीं थीं। हालांकि, महाराष्ट्र और मुंबई में भाजपा का वोट प्रतिशत का अंतर आधा प्रतिशत का ही है। लोकसभा चुनाव में विरोधियों की ओर से संविधान बदलने का कुप्रचार किया था। हमने इस कुप्रचार की असलियत आम जनता को बताने का प्रयास किया, लेकिन हम सफल नहीं हो सके। इसी तरह मराठा आरक्षण को लेकर आंदोलन चल रहा था, हमने आरक्षण दिया भी, लेकिन हम आंदोलन करने वालों को समझा नहीं सके थे। इसी तरह प्याज को लेकर लिया गया निर्णय भी हमारे विरोध में गया था। इसका भी खामियाजा हमें भुगतना पड़ा है।
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि चुनाव में कम सीटें मिलने पर पार्टी की बैठक होगी और सभी मुद्दों पर विस्तृत चर्चा होगी। मैं खुद को इसके लिए जिम्मेदार मानता हूं और पराजय भी स्वीकार करता हूं। अगले विधानसभा चुनाव में पूरे समय काम करने के लिए मुझे सरकार से हटना जरूरी है। इसी वजह से मैं खुद पार्टी नेतृत्व से मिलकर सरकार की जिम्मेदारी से मुक्त करने की मांग करुंगा। अंतिम निर्णय जो भी पार्टी नेतृत्व लेगा वह मुझे मान्य होगा।
(हिन्दुस्थान समाचार)