प्रतिक्रिया | Sunday, July 06, 2025

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देशभर में चल रहे नागरिक सुरक्षा अभ्यास (सिविल डिफेंस ड्रिल) के तहत अमृतसर में एक बार फिर ब्लैकआउट शुरू किया गया है। जिला जनसंपर्क अधिकारी (DPRO) ने बुधवार को बताया कि यह अभ्यास सुरक्षा और आपात स्थिति की तैयारी के लिए किया जा रहा है और लोगों से घरों में रहने और घबराने से बचने की अपील की गई है। अमृतसर DPRO ने बयान में कहा, “अमृतसर जिला प्रशासन ने पूरी सावधानी के साथ ब्लैकआउट प्रक्रिया फिर से शुरू की है। कृपया घर पर रहें, बाहर इकट्ठा न हों, और सभी बाहरी लाइटें बंद रखें। घबराने की कोई जरूरत नहीं है।” यह ब्लैकआउट भारत सरकार के गृह मंत्रालय (MHA) द्वारा देशभर में आयोजित नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल का हिस्सा है। इसका उद्देश्य संभावित खतरों की स्थिति में आम जनता और स्थानीय प्रशासन की तैयारियों की जांच करना है। इस दौरान देश के कई प्रमुख स्थानों पर निर्धारित समय पर बिजली बंद की गई।

अमृतसर में पहले हुए ब्लैकआउट के बारे में एएसआई जगतार सिंह ने समाचार एजेंसी ANI को बताया, “यह ब्लैकआउट रात 10:30 बजे से 11:00 बजे तक रहा, यानी कुल 30 मिनट। इस दौरान निर्देश दिए गए थे कि कोई भी लाइट दिखाई न दे ताकि दुश्मन शहर न देख सके। यह अभ्यास राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में किया जा रहा है। कुछ लोग सहयोग कर रहे हैं, जबकि कुछ नहीं। सायरन बजाया गया और दो मिनट के अंदर पूरा अंधेरा कर दिया गया।” राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, हिमाचल प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में भी इसी तरह के ब्लैकआउट किए गए। बाड़मेर, ग्वालियर, सूरत, शिमला और पटना जैसे शहरों में प्रमुख इमारतों और सार्वजनिक स्थानों की लाइटें बंद की गईं। दिल्ली में राष्ट्रपति भवन और विजय चौक की लाइटें भी बंद की गईं, जबकि पटना का राजभवन भी इस अभ्यास में शामिल हुआ।

इससे पहले दिन में दिल्ली, मुंबई, पुणे, बेंगलुरु, ग्वालियर और जयपुर जैसे बड़े शहरों में नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल आयोजित की गई थी। इनका मकसद यह जानना था कि आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन और नागरिक किस तरह से प्रतिक्रिया देते हैं। यह देशव्यापी ड्रिल भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा बुधवार सुबह शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद की गई है। यह अभियान जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (PoJK) में स्थित आतंकी ठिकानों पर किया गया था। उस हमले में एक नेपाली नागरिक समेत कुल 26 आम नागरिक मारे गए थे।-(ANI)

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आखरी अपडेट: 6th Jul 2025