प्रतिक्रिया | Friday, November 22, 2024

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कोयला मंत्रालय ने अभियान चलाकर सौर ऊर्जा अपशिष्ट प्रबंधन में अहम भूमिका निभाई: जी किशन रेड्डी 

वर्तमान में जारी विशेष अभियान 4.0 के अंतर्गत कोयला मंत्रालय ने अपने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) के साथ अभियान के अनेक गतिविधियों का सक्रिय रूप से क्रियान्वयन कर रहा है। इस प्रयास से कोयला क्षेत्र में स्वच्छता और दक्षता में वृद्धि के लिए लक्षित कई श्रेष्ठ प्रयासों को स्वीकार करने के लिए प्रोत्साहन मिले हैं।

मंत्रालय ने 2 से 31 अक्टूबर 2024 के मध्य क्रियान्वयन में अहम प्रगति दर्ज की। अब तक 62,08,064 वर्ग फुट के लक्ष्य के अनुपात में 211 स्थानों पर 13,01,043 वर्ग फुट स्थान स्वच्छ किया गया। 8,286 एमटी स्क्रैप के लक्ष्य के अनुपात में 3,516 एमटी स्क्रैप समाप्त किया गया, जिससे 83,709,707 रुपये का राजस्व अर्जित हुआ। इसके साथ ही 15,322 भौतिक और इलेकट्रोनिक फाइलों की समीक्षा की गई और 5,253 फाइलों को हटाया/बंद किया गया।

केंद्रीय कोयला और खनन मंत्री जी किशन रेड्डी ने नागपुर में वेस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड के दौरे में कार्य़स्थलों और इससे जुड़े क्षेत्रों में स्वच्छता बनाने में सफाई कर्मचारियों द्वारा अटल निष्ठा और परिश्रम के लिए उन्हें सम्मानित किया। यह सम्मान उनके विशेष अभियान की सफलता में अपरिहार्य योगदान का साक्षी है जो मंत्रालय द्वारा सफाई और स्वच्छ पर्यावरण को प्रोत्साहन देने के लिए प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।

केंद्रीय कोयला और खनन राज्यमंत्री सतीश चंद्र दुबे ने पीएम सौर घर योजना के अंतर्गत सीएमपीडीआईएल परिसर में तीन सौर वृक्षों (3X5 किलो वॉट) का उद्घाटन किया। इस पहल का उद्देश्य कार्यालय और आवासीय भवनों में ऊर्जा आवश्यकता की पूर्ति के लिए सौर शक्ति का लाभ उठाना है। ये सौर वृक्ष ऊर्जा आत्मनिर्भरता और पर्यावरणीय नेतृत्व के प्रति अहम चरण को प्रदर्शित करते हैं। नवीकरणीय ऊर्जा का लाभ उठाकर सीएमपीडीआईएल कार्बन फुट प्रिंट कम करने और दीर्घकालिक भविष्य को प्रोत्साहन देने के लिए एक उदाहरण प्रदर्शित कर रहा है। ये सौर वृक्ष कर्मचारियों और आसपास के समुदायों को स्वच्छ ऊर्जा समाधान अपनाने के लिए प्रेरणा प्रदान करेंगे।

सीएमपीडीआईएल ने अपने परिसर में एक अनूठे (स्वर्णिम हिरन और शिशु हिरण) की स्थापना कर अपशिष्ट को सृजनात्मकता में परिवर्ति किया है। पूर्ण रूप से बिना प्रयोग की वस्तुओं जैसे खिड़कियों के रॉड, धातु एंगल, शीट और स्ट्रिप द्वारा पूर्ण रूप से निर्मित की गई यह कलाकृति अपशिष्ट के पुनः प्रयोग की कला का साक्षी है।

केंद्रीय कोयला और खनन राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने इस कलाकृति का उद्घाटन 4 अक्टूबर को किया। यहा सीएमडीआईएल के सततता के साथ कला को जोड़ने के प्रति लगन को प्रदर्शित करता है। यह अपशिष्ट के संसाधनपूर्ण प्रयोग के एक प्रतीक को दर्शाता है, जिसमें अपशिष्ट को कलाकृति में परिवर्तित कर परिसर की सुंदरता में वृद्धि की गई है।

कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) ने अपने कार्यालय परिसरों और आवासीय परिसरों के लिए नवाचार  से युक्त स्मार्ट रिबन की शुरुआत की है। एआई समर्थ अपशिष्ट को अलग करने का यह समाधान विशेष अभियान 4.0 के सिद्धांत को समर्थन देते हुए प्लास्टिक की बॉटल और अन्य अपशिष्ट सामग्री के प्रभावी समाधान को प्रोत्साहन देने के लिए निर्मित किया गया है। पीईटी बॉटल की आकृति में निर्मित 6 फीट लंबा ओवर फ्लो प्रूफ कंटेनर उपयोगकर्ताओं को अपशिष्ट जमा करने में सुगमता प्रदान करता है। स्मार्ट सेंसर से लैस यह बिन उच्चतम स्तर की निगरानी कर एकत्रीकरण समय सारणी का श्रेष्ठतम उपयोग सुनिश्चित करता है और अधिकतम भरने की संभावना में कमी करता है।

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आखरी अपडेट: 22nd Nov 2024