प्रतिक्रिया | Wednesday, January 22, 2025

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रक्षा मंत्री ने पीओके को बताया भारत के माथे का मुकुट मणि, कहा- ‘जम्मू-कश्मीर पीओके के बिना अधूरा’

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को जम्मू कश्मीर स्थित अखनूर के टांडा आर्टिलरी ब्रिगेड में 9वें सशस्त्र बल वेटरन्स डे कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने पूर्व सैनिकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा, ”जम्मू-कश्मीर पीओके के बिना अधूरा है। पीओके भारत के माथे का मुकुट मणि है।”

संबोधन की शुरुआत करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, वेटरन्स डे के अवसर पर, आज अखनूर में आप सबके बीच आना मेरे लिए बड़ी खुशी की बात है। मैं यहां उपस्थित, हमारे वेटरन्स, आप सभी साथियों और आपके परिवार जनों को, मकर संक्रांति की ढेर सारी शुभकामनाएं देता हूं। ऐसा माना जाता है कि खिचड़ी का दिन अपने परिवार वालों के साथ मनाया जाना चाहिए। आज मैं अपनी लार्जर फैमिली, यानि हमारे वेटरन्स के साथ संक्रांति का पर्व मनाने आया हूं।

कश्मीर और देश के बाकी हिस्सों के बीच की दूरियां मिटानी है

आगे उन्होंने कहा, इस बार का वेटरन्स डे समारोह, हम सब अखनूर, कश्मीर में मना रहे हैं। यह निश्चित रूप से हमारे लिए बहुत बड़ा क्षण है। हमारी सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता यह रही है, कि हमें कश्मीर और देश के बाकी हिस्सों के बीच जो दिलों की दूरियां हैं, उनको मिटा देना है।

रक्षा मंत्री ने कहा, जैसा कि आप सभी वेटरन्स अच्छी तरह जानते हैं कि 2025 का यह वर्ष 1965 में हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध का डायमंड जुबली ईयर (हीरक जयंती वर्ष) है। इसी अखनूर में 1965 की बेहद अहम लड़ाई लड़ी गई थी। पाकिस्तान की फौज ने ऑपरेशन ग्रैंड स्लैम के नाम से जो नापाक कोशिश इस अखनूर में की थी उसे भारतीय सेना ने न केवल विफल किया बल्कि एक नया मोर्चा खोलकर और आगे बढ़ कर लाहौर तक पहुंचने में भी कामयाबी हासिल की। 

1965 में जंग में मिली जीत भारतीय सेनाओं के शौर्य, पराक्रम और बलिदान का परिणाम

उन्होंने कहा, 1965 के युद्ध में जंग के मैदान में मिली जीत भारतीय सेनाओं के शौर्य, पराक्रम और बलिदान का परिणाम था। आप इतिहास उठा कर देखिए, भारत से हुई हर जंग में पाकिस्तान हारा है। चाहे 1948 में हुआ कबाइली हमला हो, 1965 का युद्ध हो, 1971 का युद्ध हो या फिर 1999 का कारगिल में हुआ सीमित युद्ध हो, हर लड़ाई में पाकिस्तान को हार का मुँह देखना पड़ा है।

आतंकवाद को हवा देने का काम 1965 के जमाने से पाकिस्तान करता आया

रक्षा मंत्री ने कहा, अवैध घुसपैठ और आतंकवाद को हवा देने का काम 1965 के जमाने से पाकिस्तान करता आया है। उसकी यही उम्मीद रही है कि जम्मू एवं कश्मीर में जो मुस्लिम आबादी है वह पाक फौज के साथ खड़ी होगी। मगर न 1965 में यहां के लोगों ने पाकिस्तान का साथ दिया, न ही आतंकवाद के उस दौर में साथ दिया।

पाकिस्तान ने आज तक आतंकवाद का दामन नहीं छोड़ा 

आगे जोड़ते हुए उन्होंने कहा, इसके बावजूद पाकिस्तान ने आज तक आतंकवाद का दामन नहीं छोड़ा है। आज भी अस्सी फीसदी से अधिक आतंकवादी पाकिस्तान से ही भारत में आते हैं। सीमा पार से जारी आतंकवाद 1965 में ही समाप्त हो गया होता, यदि तत्कालीन सरकार ने जंग के मैदान में मिली कई  स्ट्रैटेजिक एडवांटेजेस को बातचीत की मेज पर स्ट्रैटेजिक डिसएडवांटेजेस में न बदल दिया होता।

1965 के युद्ध में भारतीय सेनाओं ने हाजी पीर पर तिरंगा लहराने में सफलता हासिल की 

रक्षा मंत्री ने कहा, 1965 के युद्ध में भारतीय सेनाओं ने हाजी पीर पर तिरंगा लहराने में सफलता हासिल की मगर उसे बातचीत की मेज पर छोड़ दिया गया। यदि यह न हुआ होता तो आतंकवादियों की घुसपैठ का रास्ते उसी समय बंद हो गए होते।

रक्षा मंत्री ने कहा, आतंकवाद खत्म करने की शुरुआत हमने जम्मू एवं कश्मीर से धारा 370 को समाप्त करके की है। आज यहां हालात काफी हद तक बदले हैं। J&K बिना पीओके के अधूरा है। पीओके भारत के माथे का मुकुट मणि है। वैसे भी पीओके पाकिस्तान के लिए एक फॉरेन टेरिटरी से अधिक कुछ नहीं है।

पीओके में रह रही अवाम को एक डिग्निफाइड लाइफ से महरूम रखा जा रहा है

पीओके में रह रही अवाम को एक डिग्निफाइड लाइफ से महरूम रखा जा रहा है। उन्हें मजहब के नाम पर हिंदुस्तान के ख़िलाफ़ बरगलाने और उकसाने की कोशिश, पाकिस्तान के हुक्मरानों द्वारा की जा रही है। हाल में ही पीओके के इल्लिगल वज़ीरे आज़म ने हिंदुस्तान के खिलाफ जो जहर उगला है, वह पाकिस्तान की ही साजिश का हिस्सा है।पीओके के वज़ीरे आज़म अनवारुल हक जो आज कह रहे हैं वही भारत विरोधी एजेंडा पाकिस्तान के हुक्मरानों ने जनरल ज़िया उल हक़ के जमाने से चलाया हुआ है।

पीओके की जमीन का इस्तेमाल आतंकवाद का खतरनाक कारोबार चलाने में किया जा रहा है

पीओके की जमीन का इस्तेमाल आतंकवाद का खतरनाक कारोबार चलाने में किया जा रहा है। वहां आज भी आतंकवादियों के लिए ट्रेनिंग कैम्प चल रहे हैं। सीमा से सटे इलाकों में लांच पैड बने हुए हैं। भारत सरकार को सब पता चल रहा है। पाकिस्तान को इनको खत्म करना होगा। 

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आखरी अपडेट: 22nd Jan 2025