प्रतिक्रिया | Sunday, July 06, 2025

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रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को भारतीय नौसेना को मीडियम-रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल (एमआरएसएएम) की सप्लाई के लिए ‘भारत डायनामिक्स लिमिटेड’ (बीडीएल) के साथ लगभग 2,960 करोड़ रुपये की लागत से एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किया है। यह जानकारी भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी है।

एमआरएसएएम सिस्टम एक स्टैंडर्ड फिट है, जो कई भारतीय नौसेना जहाजों पर लगा है और इसे भविष्य में अधिग्रहण के लिए प्लान किए गए प्लेटफार्मों पर फिट करने की योजना है।

रक्षा मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, यह कॉन्ट्रैक्ट भारत की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने और एडवांस मिलिट्री टेक्नोलॉजी को स्वदेशी बनाने की राह में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। ‘आत्मनिर्भर भारत’ पर जोर देने के साथ, मिसाइलों की सप्लाई बीडीएल द्वारा ‘बाय (इंडियन)’ कैटेगरी के तहत की जाएगी, जिसमें काफी हद तक स्वदेशी सामग्री होगी।

बयान में कहा गया है कि इस कॉन्ट्रैक्ट से एमएसएमई सहित रक्षा उद्योग में लगभग 3.5 लाख मेन-डेज का रोजगार सृजित होगा।

रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह की मौजूदगी में रक्षा मंत्रालय और बीडीएल के अधिकारियों ने दिल्ली में कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर किए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीन अग्रणी नौसैनिक जहाजों – विध्वंसक आईएनएस सूरत, फ्रिगेट आईएनएस नीलगिरि और पनडुब्बी आईएनएस वाघशीर को राष्ट्र को समर्पित करने के एक दिन बाद कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर किए गए, जो भारत की बढ़ती नौसैनिक शक्ति को और मजबूत करेंगे।

 

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आखरी अपडेट: 6th Jul 2025