दिल्ली में मंगलवार को वायु गुणवत्ता और भी खराब हो गई। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में दिल्ली में वायु गुणवत्ता का ब्यौरा “बहुत खराब” श्रेणी में मिला। 18 निगरानी स्टेशनों ने 400 से ज्यादा वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) दर्ज किया, जिससे संबंधित इलाकों को “गंभीर” श्रेणी में रखा गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार सुबह 7.15 बजे औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 395 रहा।
राष्ट्रीय राजधानी के 18 इलाकों में एक्यूआई का स्तर 400 से 500 के बीच रहा
राष्ट्रीय राजधानी के 18 इलाकों में एक्यूआई का स्तर 400 से 500 के बीच रहा। अलीपुर में यह 415, आनंद विहार में 436, अशोक विहार में 419, डॉ. करणी सिंह शूटिंग रेंज में 403, जहांगीरपुरी में 421, मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में 412, मंदिर मार्ग में 409, मुंडका में 440, नरेला में 413, नेहरू नगर में 419, पंजाबी बाग में 412, शादीपुर में 422, रोहिणी में 432, सोनिया विहार में 424, विवेक विहार में 430 और वजीरपुर में 422 रहा।
दिल्ली के 20 एयर मॉनिटरिंग स्टेशनों में AQI का स्तर 300 से ऊपर और 400 के बीच
वहीं दिल्ली के 20 एयर मॉनिटरिंग स्टेशनों में AQI का स्तर 300 से ऊपर और 400 के बीच रहा। आया नगर में यह 369, बुराड़ी क्रॉसिंग में 390, चांदनी चौक में 358, मथुरा रोड में 360, डीटीयू में 383, द्वारका सेक्टर 8 में 397, एयरपोर्ट में 368, दिलशाद गार्डन में 357, आईटीओ में 382, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 382, लोधी रोड में 309, नजफगढ़ में 385, नॉर्थ कैंपस डीयू में 385, ओखला फेज II में 392, पूसा में 372, आरके पुरम में 398, सिरी फोर्ट में 394 और श्री अरबिंदो मार्ग में 388 रहा।
एनसीआर के अन्य प्रमुख शहरों में भी AQI के स्तर में गिरावट
एनसीआर के अन्य प्रमुख शहरों में भी AQI के स्तर में गिरावट देखी गई। सीपीसीबी के अनुसार, फरीदाबाद में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 243, गुरुग्राम में 339, गाजियाबाद में 287, ग्रेटर नोएडा में 332 और नोएडा में 294 रहा।
सीपीसीबी के अनुसार, 0 से 50 के बीच एक्यूआई को “अच्छा”, 51-100 को “संतोषजनक”, 101-200 को “मध्यम”, 201-300 को “खराब”, 301-400 को “बहुत खराब”, 401-450 को “गंभीर” और 450 से ऊपर को “गंभीर प्लस” माना जाता है।
दिल्ली में हल्की धुंध के साथ सुबह का तापमान रहा 12 डिग्री सेल्सियस
मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में हल्की धुंध छाई रही और सुबह तापमान 12 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा। वहीं सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के चरण 4 के तहत वायु प्रदूषण के खिलाफ कड़े प्रतिबंधों में ढील देने से इनकार कर दिया। जीआरएपी उपायों में ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध शामिल है, सिवाय उन ट्रकों के जो आवश्यक वस्तुएं ले जा रहे हैं या एलएनजी, सीएनजी, बीएस-VI डीजल या इलेक्ट्रिक जैसे स्वच्छ ईंधन का उपयोग कर रहे हैं। साथ ही साथ सार्वजनिक परियोजनाओं पर निर्माण कार्य रोक दिया गया है। (इनपुट-आईएएनएस)