देश की राजधानी दिल्ली में बुधवार को पहली बार वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई, यहां आज का एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़कर (AQI) 429 दर्ज किया गया जिससे दिल्लीवासियों के लिए स्वास्थ्य खतरे बढ़ गए हैं। यह पिछले 24 घंटों में देश की वायु गुणवत्ता का सबसे खराब स्तर है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक दिल्ली के 36 निगरानी स्टेशनों में से 30 ने बुधवार को ‘गंभीर’ वायु गुणवत्ता दर्ज की। वहीं बिहार के हाजीपुर में 417 का AQI रिकॉर्ड किया गया, जो देश में दूसरा सबसे खराब प्रदूषण स्तर रहा।
दिल्ली में, वायु गुणवत्ता मंगलवार शाम तक 14 दिन लगातार ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रही जिसमें वाहन से निकलने वाला धुंआ सबसे बड़ा कारण रहा जो कुल प्रदूषण का 15.4 प्रतिशत था। इसके अलावा दिल्ली से सटे राज्यों में पराली जलाने से दिल्ली में घना धुंआ फैल गया जिससे स्थिति और बिगड़ गई।
वायु में मुख्य प्रदूषक कण PM2.5 और PM10 अत्यधिक उच्च स्तर पर थे। ये सूक्ष्म कण वायु में घुलकर फेफड़ों तक पहुंच स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकते हैं। श्वसन समस्याओं के अलावा इन कणों से दीर्घकालिक संपर्क दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ा सकता है।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक धीमी हवा की गति के कारण प्रदूषकों के फैलने के लिए मौसम की स्थिति अत्यंत प्रतिकूल बनी हुई है। ‘गंभीर’ AQI के बावजूद, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने कहा कि ‘ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान’ (GRAP) के तहत तत्काल कोई प्रदूषण नियंत्रण उपाय नहीं लागू किए जाएंगे क्योंकि आयोग को उम्मीद है कि स्थिति गुरुवार तक सुधर जाएगी। AQI के विभिन्न स्तरों : 0-50 ‘अच्छा’, 51-100 ‘संतोषजनक’, 101-200 ‘मध्यम’, 201-300 ‘खराब’, 301-400 ‘बहुत खराब’, 401-450 ‘गंभीर’ और 450 से ऊपर ‘गंभीर प्लस’ माना जाता है।
इस बीच, नवंबर में दिल्ली में असामान्य रूप से उच्च तापमान रिकॉर्ड किया जा रहा है, क्योंकि सर्दी का मौसम आने के लिए जो सामान्य मौसम स्थितियां होती हैं वे अभी तक नहीं बनी हैं। हालांकि, पिछले 24 घंटों में शहर में हल्की ठंडक महसूस हुई। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के ताजा अनुमान के मुताबिक पिछले 24 घंटों में शहर में उच्चतम तापमान 32.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से 4.3 डिग्री अधिक था। न्यूनतम तापमान 17 डिग्री रहा, जो सामान्य से 3.5 डिग्री कम था। दिल्ली में कल गुरुवार को भी घना कोहरा रहने का अनुमान है।