प्रतिक्रिया | Saturday, October 05, 2024

21/07/23 | 10:57 am

Festival of Libraries in Delhi: पुस्तकालय के विकास और डिजिटलीकरण को मिलेगा बढ़ावा

टेक्नोलॉजी के युग में बहुत से लोग लाइब्रेरी से दूर हो रहे हैं, ऐसे में लाइब्रेरी को पाठकों तक पहुंचाने के लिए अनोखी पहल की जा रही है। संस्कृति मंत्रालय देशभर के पुस्तकालयों के विकास और डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने के लिए “फेस्टिवल ऑफ लाइब्रेरीज 2023’’ का आयोजन करने जा रहा है। 5 और 6 अगस्त को हॉल नंबर 5, प्रगति मैदान में आयोजित होने वाले इस उत्सव का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी।

संस्कृति एवं संसदीय कार्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बताया कि फेस्टिवल ऑफ लाइब्रेरीज ज्ञान और कल्पना का उत्सव है। पुस्तकालय पांडुलिपियों को संरक्षित रखते हैं और इतिहास -असीमित भविष्य के बीच सामंजस्य स्थापित करते हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य पुस्तकालयाध्यक्षों और शिक्षाविदों से लेकर 100 आकांक्षी जिलों के कलेक्टरों और मॉडल पुस्तकालयों के निदेशकों तक सभी हितधारकों को एक साथ लाना है।

'आजादी का अमृत महोत्सव' के दूसरे चरण का हिस्सा

वहीं यह महोत्सव 'आजादी का अमृत महोत्सव' के दूसरे चरण का एक हिस्सा है और यह पुस्तकालयों के विकास और डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने और भारत में पढ़ने की संस्कृति को विकसित करने के पीएम मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप है। पुस्तकालय महोत्सव दुनिया भर के प्रतिष्ठित पुस्तकालयों को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा जो पुस्तकालयों के आधुनिकीकरण और डिजिटलीकरण पर एक संवाद शुरू करेगा। इसका उद्देश्य भारत में गांव और समुदाय स्तर तक मॉडल पुस्तकालयों के विकास के लिए कार्य-उन्मुख नीतियों के निर्माण की सुविधा प्रदान करना है।

पुस्तकालय क्षेत्र में उत्कृष्टता और नवाचार को बढ़ावा

यह महोत्सव पूरे भारत में पुस्तकालयों के लिए एक विशेष रैंकिंग प्रणाली के शुभारंभ का भी प्रतीक होगा, जो पुस्तकालय क्षेत्र में उत्कृष्टता और नवाचार को बढ़ावा देगा। यह कार्यक्रम एक समापन समारोह के साथ समाप्त होगा , जिसमें उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ उपस्थित रहेंगे।
संस्कृति मंत्रालय की संयुक्त सचिव मुग्धा सिन्हा ने कहा कि पुस्तकालय समुदाय के आंगन की तरह होते हैं, लेकिन भौतिक पुस्तकालयों के प्रसार के साथ पुस्तकालय में पाठकों की संख्या में कमी देखी जा रही है। ऐसे में पुस्तकालयों की अपनी दुर्लभ पुस्तकें, पांडुलिपियों और अभिलेखागारों को नए सिरे से लोगों के सामने रखने की चुनौती है। फेस्टिवल ऑफ लाइब्रेरीज 2023 पुस्तकालयों के संपूर्ण पारिस्थितिकी और सांस्कृतिक हॉट स्पॉट्स में परिवर्तित करने के रोड मैप को तैयार कर सकेगा।

लोगों के लिए आकर्षक प्रदर्शनियां

आगंतुकों को 10 आकर्षक प्रदर्शनियों का आनंद लेने का मौका मिलेगा, जिसमें मानचित्रिकी, कैलीग्राफी, कर्सिव लेखन और जनजातीय फ़ॉन्ट और लिपि के प्रदर्शन शामिल होंगे। प्राइवेट संग्रहों, विशेष रूप से आर्काइव संग्रहों के डिजिटलीकरण पर चर्चा की जाएगी और उपस्थित लोग आर्काइव संग्रह और प्रभावी मसौदों की एक अद्वितीय प्रदर्शनी का अवलोकन कर सकेंगे।

पुस्तकालय उत्सव में क्या होगा खास

पुस्तकालयों के संगठन द्वारा एक संग्रहित निर्देशिका के लॉन्च और तीन प्रमुख पुस्तकालयों: पटना के खुदा बख्श ओरिएंटल पब्लिक लाइब्रेरी, रामपुर की रजा लाइब्रेरी और टोंक के मौलाना अबुल कलाम आजाद अरबी पर्शियन रिसर्च इंस्टीट्यूट के बीच संयुक्त एमओयू के हस्ताक्षर, रामपुर रजा पुस्तकालय के 250 वर्षों के उत्सव की शुरुआत, रामपुर रजा लाइब्रेरी पर आधारित सैसी पुस्तकालय सीरीज का लॉन्च और 22 भाषाओं में कर्सिव राइटिंग की किताबों की सेट का विमोचन शामिल है।

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आखरी अपडेट: 5th Oct 2024