प्रतिक्रिया | Monday, May 13, 2024

वित्त मंत्री ने ‘विकसित भारत’ के लिए हितधारकों के साथ की चर्चा, पीएम मोदी के साथ साझा करेंगी सुझाव

वर्ष 2047 तक विकसित भारत के दृष्टिकोण पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को विभिन्न हितधारकों के साथ विचार-विमर्श किया। इस विचार-विमर्श के दौरान मिले सुझावों को वित्त मंत्री पीएम मोदी के साथ साझा करेंगी।

वित्त मंत्रालय ने ‘एक्स’ पोस्ट पर जारी एक बयान में कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यहां वर्ष 2047 तक विकसित भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण पर विभिन्न हितधारकों के साथ विचार-विमर्श किया है। वित्त मंत्री ने यह विचार-विमर्श कार्रवाई योग्य विचारों की पहचान करने के लिए कई क्षेत्रों के विभिन्न हितधारकों के साथ बातचीत की।

अलग-अलग क्षेत्रों पर हुई चर्चा
इस विचार-विमर्श के दौरान उपस्थित प्रतिभागियों में विभिन्न उद्योगों, स्टार्ट-अप, उभरते और उभरते क्षेत्रों, फिनटेक, बुनियादी ढांचे, बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं, सामाजिक क्षेत्र, शिक्षा और थिंक टैंक के विशेषज्ञ शामिल थे। इस बातचीत के दौरान देश के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन भी उपस्थित रहे।

ये विषय रहे मुख्य
वित्त मंत्री सीतारमण ने प्रतिभागियों के साथ जिन विषयों पर विचार-विमर्श किया, उनमें बैंकिंग और बीमा क्षेत्रों को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे का लाभ उठाना, जीवन यापन में सुगमता को बढ़ावा देने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग, समावेशी विकास और सामाजिक-आर्थिक विकास, आत्मनिर्भर भारत के लिए लक्ष्य प्राप्त करना प्रमुख है।

इसके अलावा, इस विचार-विमर्श का उद्देश्य भारत की क्षमता को उजागर करने के लिए एक गहरी, सहयोगात्मक बातचीत को बढ़ावा देना और भारत के विकास पथ में तेजी लाने के लिए सुझाव मांगना है। इसके अलावा कुछ विषय जिन पर सीतारमण ने प्रतिभागियों के साथ विचार-विमर्श किया है, उनमें बैंकिंग और बीमा क्षेत्रों को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे का लाभ उठाना भी शामिल था। इसके अतिरिक्त जीवन में आसानी को बढ़ावा देने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग, समावेशी विकास और सामाजिक-आर्थिक विकास; आत्मनिर्भर भारत के लिए लक्ष्य प्राप्त करना और हरित एवं सतत विकास, आदि।

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आखरी अपडेट: 13th May 2024