केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत एक उभरते हुए रक्षा निर्यातक के रूप में तब्दील हो गया है, जिसने राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत किया है और वैश्विक शांति में एक विश्वसनीय भागीदार बन गया है।
वित्त मंत्री ने कहा- ‘पिछले दशक में भारत के रक्षा क्षेत्र में बड़ा बदलाव आया है’
इस संबंध में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के कार्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में कहा, “पिछले दशक में भारत के रक्षा क्षेत्र में बड़ा बदलाव आया है। पिछले दशक में भारत के रक्षा निर्यात में 1,100% से अधिक की वृद्धि हुई है, जो 2014 में ₹1,941 करोड़ से बढ़कर 2024 में ₹23,662 करोड़ के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया है। देश अब 100 से अधिक देशों को सैन्य हार्डवेयर निर्यात करता है।”
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रक्षा पूंजी अधिग्रहण बजट का 75% घरेलू उत्पादन के लिए किया गया निर्धारित
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वित्त वर्ष 2025-26 में रक्षा पूंजी अधिग्रहण बजट का 75 प्रतिशत घरेलू उत्पादन के लिए निर्धारित किया गया है।
रक्षा स्वदेशीकरण सूची में 5,000 से अधिक वस्तुओं को जोड़ा गया
वित्त मंत्री ने आगे बताया कि सरकार के आत्मनिर्भर अभियान के तहत रक्षा स्वदेशीकरण सूची में 5,000 से अधिक वस्तुओं को जोड़ा गया है।
भारत का रक्षा उत्पादन 1,46,000 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड आंकड़े को कर गया पार
भारत का रक्षा उत्पादन, जो 10 से 11 साल पहले केवल 43,000 करोड़ रुपये था, अब 1,46,000 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड आंकड़े को पार कर गया है, जिसमें निजी क्षेत्र का योगदान 32,000 करोड़ रुपये से अधिक है।
सरकार का मेक-इन-इंडिया अभियान सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हुआ साबित
सरकार का मेक-इन-इंडिया अभियान सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण साबित हुआ है, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान स्वदेशी प्रणालियों के उपयोग ने साबित कर दिया है कि भारत में दुश्मन के किसी भी कवच को भेदने की शक्ति है।
वित्त मंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का भी किया उल्लेख
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार की राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति की उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का उल्लेख किया, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल हमलों में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए थे।
भारतीय नागरिकों की सुरक्षा के लिए की गई विदेश नीति पहलों में वित्त मंत्री ने रूस के सैन्य अभियान की शुरुआत के बाद यूक्रेन से 22,500 से अधिक भारतीयों को निकालने की बात कही है, जबकि संघर्ष-ग्रस्त सूडान से 3,000 अन्य भारतीयों को वापस लाया गया।
वित्त मंत्री सीतारमण ने विनाशकारी कोविड-19 प्रकोप के दौरान दुनिया को वैक्सीन आपूर्तिकर्ता के रूप में भारत की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि देश ने घातक बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए 100 से अधिक देशों को 30 करोड़ से अधिक वैक्सीन खुराक की आपूर्ति की। (इनपुट-एजेंसी)