राजधानी समेत समूचा उत्तर पश्चिम भारत इन दिनों भीषण गर्मी की चपेट में है। इस बार गर्मी ने पिछले कई सालों के सारे रिकॉर्ड तोड़ पारा 50 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया। मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान, हरियाणा समेत दिल्ली के कई इलाकों में मंगलवार को भी अधिकतम तापमान 50 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया।
दिल्ली के मुंगेशपुर में अधिकतम तापमान 49.9 डिग्री सेलसियस दर्ज किया गया। नजफगढ़ में 49.8 डिग्री सेलसियस, पीतमपुरा में 48.5 डिग्री, पूसा में 48.5 डिग्री, जाफरपुर में 48.6 डिग्री, पालम में 47.0, नरेला में 49.9 डिग्री सेलसियस तापमान दर्ज किया गया।
राजस्थान के चुरू में 50.5 डिग्री सेलसियस तापमान दर्ज किया गया। पिलानी में 49.0 डिग्री, कोटा में 48.3, गंगानगर में 49.4 जैसलमेर 48.0, जयपुर में 46.6 डिग्री सेलसियस तापमान दर्ज किया गया। यही हाल हरियाणा के शहरों का भी रहा। हरियाणा के सिरसा में भी तापमान 50.3 डिग्री दर्ज किया गया। हिसार में 48.4 डिग्री, नारनौल 48.5 डिग्री सेलसियस दर्ज किया गया। उत्तर प्रदेश के झांसी में पारा 49 डिग्री सेलसियस के पार हो गया है।
भारत मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक आर के जेनामणि ने बताया कि अरब सागर से उठने वाली हवा के कारण उत्तर भारत के तापमान में थोड़ी गिरावट दर्ज की जा सकती है। 31 मई को राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में धूल भरी आंधी, बादल छाए रहने के साथ हल्की बारिश भी होने की संभावना है। इससे राजधानी समेत पश्चिमी भारत के राज्यों के तापमान में तीन से चार डिग्री की गिरावट हो सकती है।
अगले दो दिनों तक राजस्थान,पंजाब, हरियाणा समेत दिल्ली में हीटवेव की स्थित
उन्होंने बताया कि अगले दो दिनों तक राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में हीटवेव की स्थिति बनी रहेगी। उसके बाद 31 मई और 1 जून से तापमान में गिरावट होने की उम्मीद है। केरल में मानसून की दस्तक के बाद गर्मी में कमी आ सकती है।