उत्तरी अरब सागर में डूब रहे भारतीय पोत एमएसवी ’ताज धारे हरम’ के चालक दल के नौ सदस्यों को भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) ने बचा लिया है। खास बात यह रही कि इस खोज और बचाव मिशन में भारतीय तटरक्षक बल के साथ पाकिस्तान की समुद्री सुरक्षा एजेंसी (एमएसए) ने सहयोग किया। दोनों देशों के समुद्री बचाव समन्वय केंद्र (एमआरसीसी) ने भी पूरे ऑपरेशन के दौरान निरंतर संवाद बनाए रखा। बचाए गए चालक दल को गुजरात के पोरबंदर तट पर लाया गया है।
समुद्र की लहरों और बाढ़ की वजह से बुरी तरह हुआ प्रभावित
दरअसल, गुजरात के मुंद्रा से रवाना होकर यमन के सोकोत्रा की ओर जाने वाला यह जहाज 26 दिसंबर को समुद्र की लहरों और बाढ़ की वजह से पाकिस्तान के खोज और बचाव क्षेत्र में बुरी तरह प्रभावित हुआ। नियमित निगरानी उड़ान के दौरान आईसीजी डोर्नियर विमान को इस संकट की जानकारी मिली, जिसके बाद मुंबई और गांधीनगर के समुद्री बचाव समन्वय केंद्र ने आईसीजी क्षेत्रीय मुख्यालय (उत्तर पश्चिम) को तुरंत सतर्क कर दिया। उत्तरी अरब सागर में पहले से ही गश्त कर रहे आईसीजीएस शूर को घटनास्थल पर तेज रफ्तार से बताए गए स्थान के लिए रवाना किया गया। इसके साथ ही क्षेत्र में नाविकों को सतर्क करने के लिए पाकिस्तान के एमआरसीसी से भी संपर्क करके तुरंत सहायता देने का आग्रह किया गया। गहन खोज के बाद चालक दल के सदस्यों को सुरक्षित बचाकर एक लाइफ राफ्ट (जीवन रक्षक बेड़े) पर लाया गया, जो जहाज को छोड़कर शरण ले रहे थे।
नौ भारतीय चालक दल के सदस्यों को बचाया गया
भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) ने उत्तरी अरब सागर में डूबे भारतीय जहाज ’ताज धारे हरम’ के नौ भारतीय चालक दल के सदस्यों को गुजरात के पोरबंदर से लगभग 311 किलोमीटर पश्चिम में सफलतापूर्वक बचा लिया। चुनौतीपूर्ण समुद्री परिस्थितियों में चलाए गए खोज और बचाव मिशन ने मुंबई और कराची, पाकिस्तान के समुद्री बचाव समन्वय केंद्रों (एमआरसीसी) के बीच असाधारण सहयोग को प्रदर्शित किया। यह बचाव अभियान जहाज के पूरी तरह डूबने से पहले शाम करीब 4 बजे पूरा हुआ। सभी चालक दल के सदस्यों को सुरक्षित रूप से आईसीजीएस शूर पर लाया गया, जहां उन्हें चिकित्सा सहायता प्रदान की गई और उन्हें स्वस्थ घोषित किया गया। बचाए गए चालक दल को गुजरात के पोरबंदर तट पर लाया गया है।