प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम को संबोधित किया। आज ‘मन की बात’ के 115वें एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आत्मनिर्भरता हमारी नीति ही नहीं, हमारा जुनून बन गया है। बहुत साल नहीं हुए, सिर्फ 10 साल पहले की बात है, तब अगर कोई कहता था कि भारत में कोई जटिल तकनीक विकसित की जा रही है तो कई लोगों को विश्वास नहीं होता था, तो कई उपहास उड़ते थे। लेकिन आज वही लोग, देश की सफलता को देखकर अचंभे में रहते हैं। आत्मनिर्भर हो रहा भारत हर क्षेत्र में कमाल कर रहा है। अब आत्मनिर्भर भारत अभियान एक जन-आंदोलन बनता जा रहा है।” कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने भारत के एनिमेटेड किरदार की बात की और कहा कि भारत एनिमेशन के क्षेत्र में क्रांति लाने की राह पर है। इसके अलावा उन्होंने लोगों को डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड के बारे में भी सचेत किया और इससे बचने की महत्वपूर्ण जानकारी भी दी।
लद्दाख के हान्ले में एशिया के सबसे बड़े ‘इमेजिंग टेलीस्कोप MACE’ का किया उद्घाटन
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अब आत्मनिर्भर भारत अभियान एक जन-आंदोलन बनता जा रहा है। इसी महीने हमने लद्दाख के हान्ले में एशिया के सबसे बड़े ‘इमेजिंग टेलीस्कोप MACE’ का उद्घाटन किया। यह 4300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, एक ऐसी जगह जहां ठंड -30 डिग्री से भी कम है, जहां ऑक्सीजन तक की कमी है, हमारे वैज्ञानिकों और स्थानीय उद्योग ने वो कर दिखाया है जो एशिया के किसी और देश ने नहीं किया। हान्ले टेलिस्कोप भले ही दूर की दुनिया देख रहा हो, लेकिन ये हमें आत्मनिर्भर भारत की ताकत भी दिखा रहा है।
हमे अपने देश को इनोवेशन के ग्लोबल पावरहाउस के रूप में स्थापित करना है
आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ने के लिए पीएम मोदी ने कहा कि त्योहारों के इस मौसम में हम सब आत्मनिर्भर भारत के इस अभियान को और मजबूत करते हैं। हम वोकल फॉर लोकल के मंत्र के साथ अपनी खरीदारी करते हैं। यह नया भारत है जहां मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड बन गया है। हमें न सिर्फ भारत को आत्मनिर्भर बनाना है बल्कि अपने देश को इनोवेशन के ग्लोबल पावरहाउस के रूप में स्थापित करना है।
दो महानायकों, बिरसा मुंडा और सरदार पटेल की बात की
अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने हर युग में कुछ चुनौतियों का सामना किया है। आज मन की बात में मैं ऐसे दो महानायकों की चर्चा करूंगा जिनमें साहस और दूरदर्शिता थी। देश ने उनकी 150वीं जयंती मनाने का फैसला किया है। 31 अक्टूबर से सरदार पटेल की 150वीं जयंती वर्ष की शुरुआत होगी। इसके बाद 15 नवंबर से भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती वर्ष की शुरुआत होगी। उन्होंने कहा कि इन दोनों महापुरुषों के सामने चुनौतियां अलग-अलग थीं लेकिन उनका विजन एक ही था, ‘देश की एकता’। उन्होंने कहा, “मैं आप सभी से आग्रह करूंगा कि आप इस अभियान का हिस्सा बनें । लौह पुरुष सरदार पटेल से जुड़े अपने विचार और कार्य #Sardar150 के साथ साझा करें और धरती-आबा बिरसा मुंडा की प्रेरणाओं को #BirsaMunda150 के साथ दुनिया के सामने लाएँ ।”
बच्चों को गेमिंग और एनीमेशन की दुनिया से जुड़ने के लिए किया प्रोत्साहित
आज अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “छोटा भीम की तरह ही हमारी अन्य एनिमेटेड सीरीज कृष्णा, मोटू-पतलू, बाल हनुमान के भी दुनिया भर में प्रशंसक है। भारत के एनिमेटेड किरदार और फिल्में अपनी विषय-वस्तु और रचनात्मकता के कारण पूरी दुनिया में पसंद की जा रही हैं। भारत एनिमेशन के क्षेत्र में क्रांति लाने की राह पर है उन्होंने कहा कि भारत में गेमिंग का क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है, भारतीय खेल भी पूरी दुनिया में मशहूर हो रहे हैं, उन्होंने कहा कि भारत में रचनात्मक ऊर्जा की लहर चल रही है। ‘मेड इन इंडिया’, ‘मेड बाई इंडिया’ एनिमेशन की दुनिया में चमक रहे हैं। उन्होंने भारत के युवाओं से कहा कि वे अपनी रचनात्मकता को विस्तार दें । क्या पता दुनिया का अगला सुपरहिट एनिमेशन आपके कंप्यूटर से निकले ! उन्होंने बताया कि इसी 28 अक्टूबर को यानि कल ‘World Animation Day’ भी मनाया जाएगा ।
लोगों को डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड के बारे में भी सचेत किया
पीएम मोदी ने आगे कहा कि डिजिटल गिरफ्तारी के शिकार लोगों में हर वर्ग और हर उम्र के लोग शामिल हैं। डर के कारण लोगों ने अपनी मेहनत से कमाए लाखों रुपए गंवा दिए हैं। कभी भी आपको इस तरह का कोई कॉल आए तो आपको डरना नहीं है । आप को पता होना चाहिए कोई भी जांच एजेंसी, फोन कॉल, या वीडियो कॉल पर इस तरह पूछताछ कभी भी नहीं करती, न ही ऐसे पैसे की मांग करती है – अगर डर लगे तो समझिए कुछ गड़बड़ है ।
पीएम मोदी ने डिजिटल सुरक्षा के तीन चरण बताये
पीएम मोदी ने आगे कहा कि मैं आपको डिजिटल सुरक्षा के तीन चरण बताता हूँ । ये तीन चरण हैं – ‘रुको-सोचो-एक्शन लो’ । कॉल आते ही, ‘रुको’ – घबराएं नहीं, शांत रहें, जल्दबाजी में कोई कदम न उठाएं, किसी को अपनी व्यक्तिगत जानकारी न दें, संभव हो तो स्क्रीनशॉट लें और रिकॉर्डिंग जरूर करें । इसके बाद आता है, दूसरा चरण, पहला चरण था ‘रुको’, दूसरा चरण है ‘सोचो’ और अब मैं कहता हूँ तीसरा चरण । पहले चरण में मैंने कहा- ‘रुको’, दूसरे चरण में मैंने कहा- ‘सोचो’, और तीसरा चरण कहता हूँ – ‘एक्शन लो’। राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन 1930 डायल करें, cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें, परिवार और पुलिस को सूचित करें, सबूत सुरक्षित रखें । ‘रुको’, बाद में ‘सोचो’, और फिर ‘एक्शन’ लो, ये तीन चरण आपकी डिजिटल सुरक्षा का रक्षक बनेंगे।