देश आज बुधवार, 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मना रहा है। यह दिन नौसैनिक बलों की वीरता, समर्पण और उपलब्धियों को समर्पित है। यह दिन न केवल हमारी समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नौसेना की भूमिका को रेखांकित करता है बल्कि हिंद महासागर क्षेत्र में शांति सुनिश्चित करने में उनके योगदान को भी दर्शाता है।
ओडिशा में ब्लू फ्लैग बीच पर नौसेना दिवस समारोह में शामिल होंगी राष्ट्रपति
इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज दोपहर ओडिशा के पुरी में ब्लू फ्लैग बीच पर नौसेना दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगी। इसमें 15 से अधिक जहाज, पनडुब्बियां और 40 से अधिक विमान प्रदर्शित किए जाएंगे, जिसमें मरीन कमांडो और भारतीय सेना के कर्मियों का सहयोग भी शामिल होगा।
नौसेना की क्षमताओं और भारत के समुद्री हितों की रक्षा के प्रति उसके समर्पण को उजागर करने के उद्देश्य से, इस कार्यक्रम में मिग-29के और हॉक लड़ाकू विमानों द्वारा हवाई युद्ध अभ्यास, मार्कोस द्वारा युद्ध अभ्यास, पनडुब्बी संचालन, जल स्थलीय लैंडिंग और युद्धपोतों से रॉकेट फायरिंग का प्रदर्शन किया जाएगा।
पीएम मोदी ने नौसेना दिवस पर भारतीय नौसेना के वीर जवानों को किया सलाम
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा की गई एक पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नौसेना बलों के अटूट समर्पण और साहस की सराहना की। पीएम मोदी ने कहा, नौसेना दिवस पर हम भारतीय नौसेना के उन वीर जवानों को सलाम करते हैं जो बेजोड़ साहस और समर्पण के साथ हमारे समुद्रों की रक्षा करते हैं। उनकी प्रतिबद्धता हमारे राष्ट्र की सुरक्षा, संरक्षा और समृद्धि सुनिश्चित करती है। हम भारत के समृद्ध समुद्री इतिहास पर भी गर्व करते हैं।
रक्षा मंत्री ने दी हार्दिक शुभकामनाएं
वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नौसेना दिवस पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा आज जब पूरा देश नौसेना दिवस मना रहा है, मैं भारतीय नौसेना के सभी कर्मियों और उनके परिवारों को बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। भारतीय नौसेना राष्ट्रीय सुरक्षा ढांचे में एक महत्वपूर्ण स्तंभ है, जो भारत की समुद्री सुरक्षा की रक्षा करती है। हमारी नौसेना सुरक्षित, संरक्षित और स्थिर समुद्र सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जो हिंद महासागर क्षेत्र में पसंदीदा सुरक्षा भागीदार और प्रथम प्रतिक्रियाकर्ता के रूप में हमारी प्रतिष्ठा की पुष्टि करती है।
‘ऑपरेशन ट्राइडेंट’ की याद में मनाया जाता है भारतीय नौसेना दिवस
भारतीय नौसेना ने 2024 को ‘YEAR OF NAVAL CIVILIANS’ घोषित किया है। ऐसे में इस खास दिन पर नौसेना के इतिहास और इसके बदलते स्वरूप को जानना दिलचस्प होगा।
भारतीय नौसेना दिवस हर साल 04 दिसंबर को ‘ऑपरेशन ट्राइडेंट’ की याद में मनाया जाता है। नौसेना दिवस 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में भारतीय नौसेना की शानदार जीत के जश्न के रूप में मनाया जाता है।
दरअसल, दिसंबर, 1971 को पाकिस्तान की सेना ने हमारे हवाई और सीमावर्ती क्षेत्र में हमला कर दिया था। दुष्ट पाकिस्तान को उस हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पाकिस्तान की नौसेना के कराची स्थित मुख्यालय को निशाने पर लेकर ऑपरेशन ट्राइडेंट चलाया गया था और भारतीय नौसेना की मिसाइल नाव तथा दो युद्धपोतों के आक्रमणकारी समूह ने कराची बंदरगाह पर जहाजों के समूह पर सफल हमला कर दिया था।
इस दौरान भारतीय नौसेना ने पाकिस्तान के कई नौसैनिक संसाधनों को नष्ट कर दिया था। ऑपरेशन ट्राइडेंट में भारतीय नौसेना ने रणनीतिक कुशलता और अदम्य साहस का प्रदर्शन किया था। तब से नौसेना दिवस भारत की समुद्री शक्ति का प्रतीक बन गया।
भारतीय नौसेना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण
भारतीय नौसेना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण 7,500 किलोमीटर से अधिक तटरेखा की सुरक्षा करती है और हिंद महासागर क्षेत्र में अपनी सतर्क उपस्थिति बनाए रखती है। साथ ही नौसेना मालाबार, मिलन और रिम ऑफ द पैसेफिक (रिमपैक) जैसे वैश्विक समुद्री अभ्यासों में भागीदारी करती है।
नौसेना चक्रवात, बाढ़ और सुनामी जैसी प्राकृतिक आपदाओं के दौरान राहत और बचाव अभियानों में मानवीय सहायता मुहैया कराती है। इसके अलावा नौसेना के समुद्री डकैती विरोधी अभियानों को न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर भी सराहना मिल रही है।
भारत को एक मजबूत समुद्री शक्ति बनाए रखने में अहम
भारत को एक मजबूत समुद्री शक्ति बनाए रखने के लिए आत्मनिर्भरता और आधुनिकीकरण पर खासा जोर दिया है। भारतीय नौसेना ब्लू वॉटर क्षमताओं को बढ़ाने, समुद्री निगरानी का विस्तार करने और साइबर सुरक्षा को मजबूत करने पर भी विशेष ध्यान दे रही है। नौसेना ने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लिए मेक इन इंडिया पहल के तहत भारतीय रक्षा उद्योगों के साथ साझेदारी की है।
पिछले पांच वर्षों के दौरान नौसेना के आधुनिकीकरण बजट का दो-तिहाई से अधिक हिस्सा स्वदेशी खरीद पर खर्च किया गया है जिनके परिणाम स्वरूप घरेलू रक्षा इकोसिस्टम का त्वरित विकास भी संभव हुआ है। नौसेना दिवस के इस खास मौके पर देशभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। ओपन शिप इवेंट, फ्लाईपास्ट और युद्धाभ्यास प्रदर्शनी जैसे आयोजन आम जनता को भारतीय नौसेना के शौर्य और तकनीकी क्षमता से परिचित कराते हैं।