भारत ने इजरायल और लेबनान के बीच में संघर्ष विराम का स्वागत किया है। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि हम हमेशा से तनातनी खत्म करने, संयम बरतने और बातचीत तथा राजनयिक कूटनीति अपनाने पर बल देते रहे हैं। हमें लगता है कि इस घटनाक्रम से क्षेत्र में शांति और स्थिरता आएगी।
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आज सुबह से लागू हो गया है समझौता
उल्लेखनीय है कि इजरायल और लेबनान के हिजबुल्लाह समूह के बीच में अमेरिका की मध्यस्थता से एक सीजफायर समझौता हुआ है, जो आज सुबह से लागू हो गया है। इस समझौते के तहत 60 दिनों का युद्ध विराम रहेगा और हिजबुल्ला दक्षिण लेबनान से पीछे हटेगा।
इससे पहले इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को एक बयान में युद्ध विराम समझौते के तीन प्रमुख कारण बताए। एक इजरायली अधिकारी ने पीएम नेतन्याहू के हवाले से मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि उन्होंने युद्ध विराम पर सहमति के तीन मुख्य कारण बताए हैं, जिसकी वजह से वह चाहते हैं कि अब युद्ध विराम हो।
इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा, “अमेरिका के साथ पूरी समझ के साथ, हम सैन्य कार्रवाई की पूरी स्वतंत्रता बनाए रखते हैं। यदि हिजबुल्लाह समझौते का उल्लंघन करता है और खुद को हथियारों से लैस करने की कोशिश करता है तो हम हमला करेंगे। अगर वह सीमा के पास आतंकवादी बुनियादी ढांचे को फिर से बनाने की कोशिश करता है तो उस पर हमला किया जाएगा। इतना ही नहीं, अगर वह रॉकेट लॉन्च करता है या फिर सुरंग खोदता है या रॉकेट ले जाने वाला ट्रक लाता है तो हमला किया जाएगा।”
अब इजरायली बंधकों को रिहा कराने में मिलेगी मदद
पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने तीन कारणों का जिक्र करते हुए कहा, “पहला कारण यह है कि वे ईरान के खतरे पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। दूसरा कारण यह है कि इजरायल के सैनिकों को आराम देने और अपने हथियारों और गोला-बारूद की आपूर्ति को फिर से भरने की जरूरत है। हथियारों और गोला-बारूद की डिलीवरी में बड़े पैमाने पर देरी हुई है, लेकिन जल्द ही यह समस्या हल हो जाएगी। उन्हें उन्नत हथियारों की आपूर्ति मिलेगी, जो हमारे सैनिकों को सुरक्षित रखेगी और उन्हें अपने मिशन को पूरा करने के लिए अधिक शक्ति देगी। युद्ध विराम का तीसरा कारण यह है कि वे हमास को अलग-थलग करना चाहते हैं। हिजबुल्लाह युद्ध के लिए हमास पर निर्भर था, लेकिन अब हिजबुल्लाह के बाहर होने से हमास अकेला पड़ गया है। जिससे अब इजरायली बंधकों को रिहा कराने में मदद मिलेगी।”
सुरक्षा कैबिनेट ने युद्ध विराम समझौते को दी मंजूरी
इजरायली प्रधानमंत्री का बयान उस समय जारी किया गया है, जब एक इजरायली अधिकारी ने सीएनएन को बताया कि सुरक्षा कैबिनेट ने युद्ध विराम समझौते को मंजूरी दे दी है। नेतन्याहू ने यह भी कहा कि युद्ध विराम की अवधि लेबनान पर निर्भर करेगी। उन्होंने कहा, “अगर हिजबुल्लाह ने पुनः हथियारबंद होकर, सुरंग खोदकर, रॉकेट दागकर या इजरायली सीमा के निकट अपने बुनियादी ढांचे का पुनर्निर्माण करके समझौते का उल्लंघन किया तो इजरायल फिर से हमले शुरू कर देगा।”