लोकतंत्र के त्योहार, लोकसभा चुनाव के दो चरण संपन्न हो चुके हैं। पारदर्शिता की संस्कृति को बढ़ावा देने और लोकतांत्रिक देशों के बीच चुनावी कार्य प्रणालियों को दूसरे देश तक पहुंचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय चुनाव आगंतुक कार्यक्रम (आईईवीपी) के अंतर्गत 23 देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले 75 प्रतिनिधि भारतीय आम चुनावों को देखने के लिए भारत में हैं।
भारत में चुनावी प्रक्रिया अद्वितीय
अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ने आगे कहा कि भारतीय चुनाव क्षेत्र अद्वितीय है, क्योंकि न तो चुनावी पंजीकरण अनिवार्य है और न ही मतदान अनिवार्य है। इसलिए, चुनाव आयोग के लिए यह आवश्यक है कि वह लोगों को स्वेच्छा से मतदाता सूची का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित करने और फिर, एक व्यवस्थित मतदाता जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से, उन्हें सहमति के अधिकार का प्रयोग करने के लिए मनाने के लिए पूरे विश्वास के साथ काम करे। उन्होंने कहा, “यह कहना स्वयंसिद्ध होगा कि हम जो प्रक्रिया अपनाते हैं उसकी विश्वसनीयता चुनावों में भारी मतदान और मतदाता-जनसंख्या अनुपात के संदर्भ में मतदाता सूची की लगभग संतृप्ति के माध्यम से मान्य होती है।”
लोकतंत्र के त्योहार का प्रत्यक्ष अनुभव लेने के लिए आमंत्रित
भारत में चुनावी प्रक्रिया के पैमाने पर टिप्पणी करते हुए, उन्होंने कहा कि देश भर में फैले 1 मिलियन से अधिक मतदान केंद्रों पर 15 मिलियन से अधिक मतदान कर्मियों द्वारा 970 मिलियन मतदाताओं का स्वागत किया जाएगा। कुमार ने कहा कि देश के मतदाताओं की विविधता को मतदान केंद्रों पर आने वाले प्रतिनिधियों द्वारा अपनी पूर्ण अभिव्यक्ति में देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि भारत त्योहारों का देश है और उन्होंने प्रतिनिधियों को लोकतंत्र के त्योहार का प्रत्यक्ष अनुभव लेने के लिए आमंत्रित किया।
चुनाव प्रक्रिया समझने के लिए छह राज्यों का करेंगे दौरा
इससे पहले प्रतिनिधियों को ईवीएम-वीवीपैट, आईटी पहल, मीडिया और सोशल मीडिया की भूमिका सहित भारतीय आम चुनाव 2024 के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी दी गई। इसके बाद ईवीएम-वीवीपीएटी पर एक प्रस्तुति दी गई। प्रतिनिधि विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव और संबंधित तैयारियों का निरीक्षण करने के लिए छह राज्यों-महाराष्ट्र, गोवा, गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश का दौरा करने के लिए समूहों में विभाजित होंगे। कार्यक्रम 9 मई, 2024 को समाप्त होगा। कार्यक्रम विदेशी ईएमबी प्रतिनिधियों को भारत की चुनावी प्रणाली की बारीकियों के साथ-साथ भारतीय चुनाव में सर्वोत्तम प्रथाओं से परिचित कराएगा।
इन देशों के प्रतिनिधि आए भारत
इस वर्ष मौजूदा लोकसभा चुनाव 2024 के दायरे और पैमाने के अनुरूप, 23 देशों के विभिन्न चुनाव प्रबंधन निकायों (ईएमबी) और संगठनों – भूटान, मंगोलिया, ऑस्ट्रेलिया, मेडागास्कर, फिजी, किर्गिज़ गणराज्य, रूस, मोल्दोवा, ट्यूनीशिया, सेशेल्स, कंबोडिया, नेपाल, फिलीपींस, श्रीलंका, जिम्बाब्वे, बांग्लादेश, कजाकिस्तान, जॉर्जिया, चिली, उज्बेकिस्तान, मालदीव, पापुआ न्यू गिनी और नामीबिया का प्रतिनिधित्व करने वाला अब तक का सबसे बड़ा प्रतिनिधिमंडल है। इंटरनेशनल फाउंडेशन फॉर इलेक्टोरल सिस्टम्स (आईएफईएस) के सदस्य और भूटान और इजरायल की मीडिया टीमें भी भाग ले रही हैं।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य पहुंचे भोपाल
लोकसभा निर्वाचन-2024 के तीसरे चरण की संपूर्ण प्रक्रियाओं का अवलोकन व अध्ययन करने के लिए फिलीपींस और श्रीलंका का 11 सदस्यीय अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि मंडल (इंटरनेशनल डेलीगेशन) रविवार देर शाम भोपाल पहुंचा।
7 मई को भी मतदान के दिन रहेंगे मौजूद
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने इंटरनेशनल डेलीगेशन को बताया कि मध्यप्रदेश में दो चरण का मतदान हो चुका है। तीसरे और चौथे चरण के लिए 7 और 13 मई को मतदान होना है। तीसरे चरण के मतदान की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। मंगलवार 7 मई को सुबह 7 बजे से मतदान प्रक्रिया आरंभ होगी, जो शाम 6 बजे तक जारी रहेगी। डेलिगेशन के सभी सदस्यों ने बड़ी तन्मयता से पीपीटी प्रेजेंटेशन देखा, निर्वाचन प्रक्रिया को समझा और भारत निर्वाचन आयोग की कार्यप्रणाली की सराहना की।
इंटरनेशनल डेलीगेशन सोमवार 6 मई को पोलिंग पार्टी की रवानगी सहित मतदान की अन्य तैयारियों का अवलोकन करेगा। सात मई को यह डेलीगेशन भोपाल, सीहोर, रायसेन और विदिशा जिले के मतदान केन्द्रों में चल रही मतदान प्रक्रिया का स्पॉट विजिट कर मतदाताओं से चर्चा भी करेगा। यह डेलीगेशन 8 मई को दोपहर 12 बजे मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय, निर्वाचन सदन आएगा और मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन से भेंट कर मतदान प्रक्रिया के अवलोकन के संदर्भ में अपने अनुभव साझा करेगा। डेलीगेशन इसी दिन भोपाल से प्रस्थान करेगा।