देश के सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए भारतीय सेना लगातार कदम उठा रही है। इसी क्रम में भारतीय वायु सेना ने दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के बिजबिहड़ा इलाके में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग की 3.5 किमी लंबी आपातकालीन हवाई पट्टी का मंगलवार को तड़के परीक्षण किया।
राष्ट्रीय राजमार्ग पर किए नौ ट्रायल परीक्षण
अधिकारियों ने बताया कि भारतीय वायुसेना ने मंगलवार को भोर होने से पहले हवाई पट्टी पर कम से कम नौ ट्रायल परीक्षण किए। यह परीक्षण लगभग 03ः45 बजे शुरू हुआ और 04ः30 बजे तक समाप्त हुआ। परीक्षण के दौरान यातायात को वैकल्पिक मार्ग की ओर मोड़ दिया गया था, जबकि पट्टी के दोनों किनारों पर तीन स्तरीय सुरक्षा लगाई गई थी। उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना के इन परीक्षणों का उद्देश्य आपातकालीन लैंडिंग की व्यवहार्यता का पता लगाना था, जिसके लिए चिनूक हेलीकॉप्टर का उपयोग किया गया।
119 करोड़ रुपये की लागत से हवाई पट्टी का निर्माण
भारतीय वायु सेना का चिनूक हेलीकॉप्टर सैन्य परिवहन, आपदा राहत और रसद सहायता सहित विभिन्न सैन्य अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस हवाई पट्टी का निर्माण 119 करोड़ रुपये की लागत से 2020 में शुरू हुआ। इस पट्टी का उपयोग रणनीतिक उद्देश्यों के साथ-साथ प्राकृतिक आपदाओं के दौरान बचाव और राहत कार्यों के लिए भी किया जा सकता है।