लोकसभा और राज्यसभा में आज शुक्रवार को भी व्यवधान जारी रहा। इसके चलते दोनों सदनों की कार्यवाही थोड़े अंतराल के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। विपक्ष के हंगामे के चलते दोनों सदनों की कार्यवाही को दिनभर के लिए स्थगित करना पड़ा।
सभापति ने संसद व्यवधान पर गहरी पीड़ा और दुख किया व्यक्त
राज्यसभा में आज कार्यवाही शुरू होने के बाद विपक्ष ने विरोध स्वरूप हंगामा शुरू कर दिया। सभापति ने कहा कि नियम 267 को व्यवधान का एक हथियार बनाया जा रहा है। उन्होंने व्यवधान पर गहरी पीड़ा और दुख व्यक्त किया।
पिछले एक सप्ताह से बार-बार संसद में व्यवधान पैदा कर रहा विपक्ष
सभापति ने कहा कि पिछले एक सप्ताह से बार-बार विपक्ष उन्हीं मुद्दों को उठा रहा है। इसके चलते हमने तीन कार्य दिवस खो दिए हैं। हम एक बड़ा उदाहरण पेश कर सकते हैं लेकिन हम उनकी उम्मीदों पर खरे नहीं उतर रहे हैं। व्यवधान को बढ़ता देख कार्यवाही को सदन शुरू होने के कुछ ही समय बाद सोमवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
देश की जनता सदन को सुचारू रूप से चलते हुए देखना चाहती है
दूसरी ओर लोकसभा की कार्यवाही पहले दोपहर 12 बजे और फिर बाद में दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। सुबह कार्यवाही शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि देश की जनता सदन को सुचारू रूप से चलते हुए देखना चाहती है। संवाद होना चाहिए सहमति और असहमति लोकतंत्र की असली ताकत है। (इनपुट-हिंदुस्थान समाचार)