प्रतिक्रिया | Tuesday, January 14, 2025

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प्रयागराज के संगम तट पर श्रद्धालुओं का अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है। महाकुंभ के पहले स्नान पर्व पौष पूर्णिमा के पावन अवसर पर देशभर से आए श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। आधी रात से ही श्रद्धालु और कल्पवासी संगम तट पर जुटने लगे थे। हर-हर गंगे और जय श्रीराम के गगनभेदी जयकारों से पूरा मेला क्षेत्र गूंज उठा। मेला क्षेत्र की सुरक्षा चाक-चौबंद है। आज (13 जनवरी) से ही पैंतालीस दिवस का कल्पवास शुरू हो रहा है। पहला अमृत स्नान (शाही स्नान) मकर संक्रांति पर मंगलवार को होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मेला क्षेत्र में सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए हैं। इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से चप्पे-चप्पे की निगरानी की जा रही है। डीआईजी और एसएसपी खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं। भीड़ प्रबंधन के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। आधी रात और सुबह तड़के से ही पुलिस बल पूरी तरह मुस्तैद नजर आया।

महाकुंभ में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मीडिया से कहा कि बड़ी संख्या में लोग वहां पहुंच रहे हैं। मैं सभी श्रद्धालुओं का स्वागत करता हूं। उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से सभी व्यवस्थाएं परिपूर्ण हैं। प्रदेश सरकार ने हर स्थिति से निपटने के लिए सारे इंतजाम कर लिए हैं।

पुलिस ने सोमवार सुबह उस स्थान का निरीक्षण किया, जहां बहुप्रतीक्षित 2025 महाकुंभ मेला आयोजित किया जा रहा था।

लगभग 50 लाख लोग पहले ही पवित्र स्नान कर चुके हैं

महाकुंभ में पुलिस को भीड़ प्रबंधन और गश्त के लिए घुड़सवारी करते देखा गया। एक अधिकारी ने कहा कि महाकुंभ के लिए स्थानीय पुलिस स्टेशनों औरअर्धसैनिक बलों से जुड़े 10,000 से अधिक कर्मियों को तैनात किया गया है। पुलिस उप महानिरीक्षक वैभव कृष्ण ने कहा कि पवित्र संगम में स्नान करने वाले लोगों का अंतिम आंकड़ा अंततः जारी किया जाएगा, लेकिन अनुमानित आंकड़ा बताता है कि 50 लाख लोग पहले ही ‘स्नान’ कर चुके हैं। आधिकारिक आंकड़ा जल्द ही जारी किया जाएगा। हमारा अनुमान है कि लगभग 50 लाख लोग पहले ही पवित्र स्नान कर चुके हैं। (पुलिस द्वारा) की गई व्यवस्थाएं ठीक काम कर रही हैं।

राज्य और केंद्रीय पुलिस बल किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार

वहीं, डीआईजी कृष्णा ने मीडिया को बताया कि भीड़ नियमन और पार्किंग व्यवस्था भी ठीक से काम कर रही है। विभिन्न मार्गों से आने वाले ट्रैफिक को डायवर्ट कर सही तरीके से पार्क करने की हिदायत दी जा रही है। हमारे पास पार्किंग के लिए पर्याप्त वाहनों को समायोजित करने की क्षमता है। राज्य और केंद्रीय पुलिस बल किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।

मेला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) भानु भास्कर ने कहा कि मेला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है। सुबह 3 बजे से ही सभी फोर्स तैनात कर दी गई है। जहां स्नान हो रहा है वहां पुलिस का पूरा इंतजाम है। सभी अधिकारी लगातार निगरानी कर रहे हैं। कहीं कोई समस्या नहीं है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राजेश द्विवेदी ने कहा कि श्रद्धालु बड़ी संख्या में आ रहे हैं और संगम में पवित्र स्नान करने वालों की संख्या की गणना शाम तक की जाएगी।

श्रद्धालु बड़ी संख्या में आ रहे हैं

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राजेश द्विवेदी ने कहा कि श्रद्धालु बड़ी संख्या में आ रहे हैं और संगम में पवित्र स्नान करने वालों की संख्या की गणना शाम तक की जाएगी। लगातार बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं। घाटों पर पूरा कब्जा है। पवित्र स्नान करने वालों की संख्या की गणना शाम तक की जाएगी। महाकुंभ का पहला दिन शांतिपूर्वक चल रहा है। महाकुंभ की सुरक्षा व्यवस्था पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि पवित्र संगम में डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस शरारती तत्वों पर नजर रख रही है।

महाकुंभ के लिए 50,000 कर्मियों को तैनात किया गया

उन्होंने कहा कि महाकुंभ के लिए 10,000 से अधिक कर्मियों को तैनात किया गया है। हमने स्थानीय पुलिस स्टेशनों, अर्धसैनिक बल और नागरिक पुलिस के जवानों को लगाया है। विशेष बलों को भी तैनात किया गया है। हम हर चीज पर नजर रख रहे हैं ताकि कोई भी शरारती तत्व भक्तों के लिए समस्या पैदा न कर सके। हमने घुड़सवार पुलिस भी तैनात की है। एसएसपी) राजेश द्विवेदी ने बताया कि हमने (महाकुंभ के लिए) लगभग 50,000 कर्मियों को तैनात किया है।महाकुंभ मेला मैदान में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद करने के लिए पेट्रोलिंग पुलिस (घुड़सवार पुलिस) द्वारा 1.5 करोड़ रुपये के घोड़े तैनात किए गए हैं। कुल पांच अमेरिकी वार्मब्लड (नस्ल) घोड़े लाए गए हैं, उनकी विशेषता यह है कि वह दूर से खतरे को महसूस कर लेते हैं।

व्यवस्था ठीक चल रही है

वहीं, डीआईजी वैभव कृष्ण ने मीडिया से कहा कि अनुमानित आंकड़ा 50 लाख के करीब है। अब तक इतने लोग स्नान कर चुके होंगे। व्यवस्था ठीक चल रही है। भीड़ नियंत्रण और ट्रैफिक की व्यवस्था ठीक तरीके से हो रही है। हमारी जितनी भी व्यवस्थाएं हैं वो काफी पर्याप्त है।

पौष पूर्णिमा पर बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं तड़के से ही संगम स्नान के लिए पहुंचने लगे

आपको बता दें, पौष पूर्णिमा पर बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं तड़के से ही संगम स्नान के लिए पहुंचने लगे। संगम नोज, एरावत घाट और वीआईपी घाट समेत समस्त घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालु स्नान करते नजर आए। युवाओं ने इस पावन क्षण को कैमरे में कैद किया और सोशल मीडिया पर साझा किया। इस बार युवाओं में सनातन संस्कृति और आध्यात्मिकता के प्रति खासा उत्साह देखने को मिला। संगम स्नान और दान-पुण्य में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम तट पर पूजा-अर्चना और दान कर पुण्य लाभ अर्जित किया।

प्रमुख शाही या अमृत स्नान मंगलवार को मकर संक्रांति के अवसर पर शुरू होगा

वहीं दूसरी ओर आज पौष पूर्णिमा के शुभ अवसर पर भक्तों को ‘स्नान’ या पवित्र स्नान के लिए कतार में खड़ा देखा गया। त्रिवेणी संगम में गंगा, यमुना और रहस्यमयी सरस्वती नदियों के पवित्र संगम पर पवित्र डुबकी लगाने के लिए दुनिया भर से श्रद्धालु उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एकत्र हुए हैं। पहला प्रमुख शाही या अमृत स्नान कल मंगलवार को मकर संक्रांति के अवसर पर शुरू होगा। इस वर्ष, दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक आयोजन, महाकुंभ, दुर्लभ खगोलीय संरेखण के कारण और अधिक विशेष हो गया है, जो 144 वर्षों में केवल एक बार होता है।

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आखरी अपडेट: 14th Jan 2025