प्रतिक्रिया | Thursday, May 01, 2025

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ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का इस्तीफा, विधानसभा चुनाव में भाजपा के हाथों मिली बड़ी हार

ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने राज्य के राज्यपाल रघुबर दास को बुधवार को अपना इस्तीफा सौंप दिया। ओडिशा में लगातार ढाई दशक तक सत्तारूढ़ रहे पटनायक को विधानसभा चुनाव में भाजपा के हाथों बड़ी हार का सामना करना पड़ा है। 

भाजपा पहली बार अपने दम पर राज्य में बनाने जा रही सरकार

पटनायक आज सुबह राजभवन पहुंचे और राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा। ओडिशा की 147 सदस्यीय राज्य विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी ने 78 सीटें जीती हैं जबकि बीजू जनता दल को सिर्फ 51 सीटों से ही संतोष करना पड़ा है। 

भाजपा पहली बार अपने दम पर राज्य में सरकार बनाने जा रही है। 1997 से ओडिशा पर शासन कर रही बीजू जनता दल, भाजपा से हार गई, जिससे नवीन पटनायक का मुख्यमंत्री के रूप में लंबे समय से चला आ रहा शासन समाप्त हो गया।

ओडिशा में 21 लोकसभा सीटों में से 20 पर भाजपा की जीत

केवल इतना ही नहीं राज्य की 21 लोकसभा सीटों में से 20 पर भाजपा ने जीत दर्ज की है जबकि शेष यानी मात्र एक सीट कांग्रेस के खाते में गई।

ज्ञात हो, नवीन पटनायक ने अपने पिता, ओडिशा के पूर्व सीएम बीजू पटनायक के नाम पर बनी पार्टी बीजू जनता दल (बीजद) के माध्यम से राज्य की राजनीति में अप्रत्याशित प्रवेश किया। उनके राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1998 के लोकसभा उपचुनाव में जीत के साथ हुई, जिसमें उन्होंने अपने पिता के निर्वाचन क्षेत्र अस्का का प्रतिनिधित्व किया। 

2000 के विधानसभा चुनावों में बीजद की सफलता के बाद, भाजपा के साथ गठबंधन करके और बहुमत हासिल करने के बाद, पटनायक ने सीएम बनने के लिए अपने केंद्रीय मंत्रिमंडल के पद से इस्तीफा दे दिया। तब से, सिक्किम के सीएम पवन कुमार चामलिंग के बाद पटनायक भारत में दूसरे सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले मुख्यमंत्री रहे हैं। (इनपुट-एएनआई)

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आखरी अपडेट: 1st May 2025