संसद के दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण प्रस्ताव पर आज मंगलवार को भी चर्चा होगी। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में चर्चा का जवाब देंगे। उनसे पहले एनडीए सरकार के कुछ मंत्री भी बोल सकते हैं।
पीएम मोदी ने बैठक को किया संबोधित
बताना चाहेंगे इससे पहले संसद के मौजूदा सत्र के बीच आज मंगलवार को संसद भवन परिसर में एनडीए के संसदीय दल की बैठक हुई। यह बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई। इस दौरान पीएम मोदी ने बैठक को संबोधित भी किया। इस दौरान पीएम मोदी ने पहली बार चुनकर आए सांसदों को अच्छे संसदीय आचरण अपनाने का मंत्र दिया।
पीएम मोदी ने पहली बार चुनकर आए सांसदों को अच्छे संसदीय आचरण अपनाने का दिया मंत्र
बैठक के दौरान एनडीए घटक दलों के सांसदों का पीएम मोदी से संवाद हुआ। इस संबंध में संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि प्रधानमंत्री ने पहली बार चुनकर आए सांसदों को अच्छे संसदीय आचरण को अपनाने का मंत्र दिया है।
सांसदों को अपने रुचि के अनुसार विकास के नए स्रोतों पर भी कार्य करने का किया आग्रह
साथ ही उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ने अपने संबोधन में स्पष्ट रूप से कहा कि हम देश सेवा के लिए आए हैं और देश सेवा ही हमारे लिए सर्वोपरि है। इसके अलावा पीएम मोदी ने सांसदों को अपने रुचि के
अनुसार विकास के नए स्रोतों पर भी कार्य करने का आग्रह किया है।
बैठक में ये मंत्री हुए शामिल
बताना चाहेंगे कि लगातार तीसरी बार सरकार बनने के बाद यह पहली बैठक रही। इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत पार्टी के अनेक वरिष्ठ नेताओं ने हिस्सा लिया। साथ ही एनडीए के तमाम घटक दलों के सांसद भी इस बैठक में मौजूद रहे।
सभी सांसदों ने कहा कि प्रधानमंत्री सबके मार्गदशक ही नहीं बल्कि संसदीय अभिभावक
सभी सांसदों ने कहा कि प्रधानमंत्री सबके मार्गदशक ही नहीं बल्कि संसदीय अभिभावक भी हैं। एनडीए की बैठक में एनसीपी सांसद प्रफुल्ल पटेल ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के अनुसार देश के विकास के लिए, सदन को चलाने के लिए एनडीए सांसदों को मिलकर काम करना चाहिए । उनका संदेश साफ है कि सभी सांसदों को अपने क्षेत्र के विकास के लिए एकजुट हो कर काम करना चाहिए।
केन्द्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि ‘यह एक अच्छी बैठक थी। यह बैठकें बार-बार होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सांसदों को क्षेत्र के मुद्दों को सामने रखना चाहिए।
एनडीए की बैठक पर केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी(एलजेपी रामविलास) नेता चिराग पासवान ने कहा कि जिस तरह से हमने सदन में अध्यक्ष चुनाव और अन्य उदाहरणों के दौरान संसदीय परंपराओं का उल्लंघन होते देखा है। वैसे आचरण से सांसदों को बच कर रहने की सलाह दी गई है। प्रधानमंत्री ने एनडीए के हर एक सांसद को अपने आचरण से एक नई मिसाल कायम करने की सलाह दी गई है। प्रधानमंत्री के शब्दों और उनके अनुभव से सीखना बहुत मायने रखता है, उनका मार्गदर्शन मिला ।
केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सभी सांसदों को सदन में उपस्थित रहने और बहुत सी चीजें सीखने की सलाह दी। उन्होंने सभी सदस्यों को लोगों के लिए काम करने और सदन में कैसे व्यवहार करना है इसके बारे में भी सलाह दी। एनडीए संसदीय दल की बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि जिस तरह से नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कल व्यवहार किया, स्पीकर की ओर पीठ कर ली, नियमों से हटकर बात की और स्पीकर का अपमान किया, वह हमारी पार्टी, एनडीए के लोगों को नहीं करना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति के अभिभाषण प्रस्ताव पर चर्चा के लिए लोकसभा में सोमवार को 40 सांसदों ने हिस्सा लिया था। इस दौरान अनुराग सिंह ठाकुर ने धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का अनुमोदन किया और पहली बार चुनकर लोकसभा पहुंची सांसद बांसुरी स्वराज ने इस अनुमोदन का समर्थन किया। बीते शुक्रवार को सदन में हंगामे की वजह से चर्चा शुरू नहीं हो पाई थी। वहीं सोमवार को उच्च सदन में 13 सांसदों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण प्रस्ताव पर हुई चर्चा में हिस्सा लिया था।