त्योहारों के समय में मंदिरों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचने लगे हैं। ऐसे में मध्य प्रदेश के उज्जैन महाकाल मंदिर ने त्योहारों के मद्देनजर नई गाइडलाइन जारी की जाएगी। महाकाल मंदिर में होली-दिवाली समेत हर त्यौहार के लिए नई गाइडलाइन बनाई जाएगी, जबकि भस्म आरती सहित सामान्य दर्शन व्यवस्था में फिलहाल कोई बदलाव नहीं किया गया है। यह निर्णय कलेक्टर नीरज सिंह की अध्यक्षता में मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में लिए गए।
हाल में होली के पर्व पर गर्भगृह में लगी आग की घटना के बाद मंदिर में विभिन्न पर्व मनाने के लिए एसओपी (स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रोसिजर) बनाने पर भी निर्णय हुआ। इसके तहत अब विभिन्न पर्व तय गाइडलाइन के अनुसार ही मनाए जाएंगे। इसके अलावा बैठक में मंदिर के मानसरोवर भवन में 10 बेड का अस्पताल स्थापित करने, मई के पहले सप्ताह में उत्तम वर्षा के लिए सौमिक सुवृष्टि कार्यक्रम आयोजित करने, बुजुर्ग और दिव्यांग दर्शनार्थियों के लिए सुविधाएं बढ़ाने और महाकाल मंदिर को संपत्तिकर से मुक्त कराने के लिए आवश्यक कदम उठाए गए।
सेवक सत्यनारायण सोनी के लिए रखा गया मौन
दरअसल, होली के दिन महाकालेश्वर मंदिर में हुई अग्नि दुर्घटना में गंभीर रूप झुलसे सेवक सत्यनारायण सोनी की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई थी। बैठक में प्रमुख रूप से चार से नौ मई तक होने वाले सौमिक सुवृष्टि कार्यक्रम को लेकर चर्चा हुई। इसके लिए 25 लाख रुपये मंदिर समिति की ओर से खर्च किए जाएंगे।
बैठक में लिए गए निर्णय
–महाकाल मंदिर में होली, दीपावली, श्रावण, नागपंचमी आदि पर्व मनाए जाने के लिए नई गाइडलाइन तैयार होगी, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना न हो। इसके लिए पुजारी, पुरोहितों से भी सुझाव लिए जाएंगे।
–वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए प्रवेश मार्गों के चिह्नित स्थानों पर अलग से प्रतीक्षालय बनाए जाएंगे। यहां से सतत इ-कार्ट चलाए जाएंगे। नए इ-कार्ट भी खरीदे जाएंगे।
–मंगलनाथ, चिंतामण गणेश, कालभैरव मंदिर आदि की तर्ज पर महाकाल मंदिर को भी नगर निगम द्वारा वसूले जाने वाले संपत्ति कर से मुक्त किए जाने की कार्यवाही शुरू होगी।
–चुनाव आचार संहिता प्रभावी होने के कारण फिलहाल अभी सारी निविदाएं छह महीने के लिए आगे बढ़ा दी गई हैं।
–मंदिर समिति के कुछ कर्मचारियों का वेतन बढ़ाने को लेकर भी चर्चा की गई।