निर्मला सीतारमण ने आज (बुधवार) नई दिल्ली में केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट कार्य मंत्री का कार्यभार संभाला। नॉर्थ ब्लॉक स्थित कार्यालय में वित्त सचिव डॉ. टी.वी. सोमनाथन और वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय के अन्य सचिवों ने सीतारमण का स्वागत किया। कार्यभार संभालने के बाद, केंद्रीय मंत्री को वित्त एवं कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय के विभिन्न विभागों के सचिवों द्वारा मौजूदा नीतिगत मुद्दों के बारे में जानकारी दी गई। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, “सरकार अपने नागरिकों के लिए ‘जीवन की सुगमता’ सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और इस दिशा में आगे भी कदम उठाती रहेगी।” निर्मला सीतारमण ने यह भी कहा कि सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ में विश्वास करती है और उन्होंने मजबूत और जीवंत अर्थव्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए उद्योग जगत की हस्तियों, नियामकों और नागरिकों सहित सभी हितधारकों के निरंतर समर्थन और सहयोग का आह्वान किया।
पीएम मोदी के प्रति कृतज्ञता की व्यक्त
वित्त मंत्रालय द्वारा जारी प्रेस रिलीज में बताया गया, निर्मला सीतारमण ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट कार्य मंत्री का कार्यभार संभाला है। सीतारमण ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें एक बार फिर केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट कार्य मंत्री के रूप में काम करने तथा उनके मार्गदर्शन में भारत और इसके लोगों की सेवा करने का अवसर मिला।
पिछले 10 वर्षों में मजबूत नेतृत्व और विकासोन्मुख शासन को किया स्वीकार
वित्त मंत्री सीतारमण ने पिछले 10 वर्षों में मजबूत नेतृत्व और विकासोन्मुख शासन को स्वीकार किया, जिसने विभिन्न क्षेत्रों में परिवर्तनकारी बदलाव किए हैं तथा एक मजबूत और लचीली अर्थव्यवस्था बनाई है। कार्यभार संभालने के बाद, केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट कार्य मंत्री को वित्त एवं कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय के विभिन्न विभागों के सचिवों द्वारा मौजूदा नीतिगत मुद्दों के बारे में जानकारी दी गई।
‘जीवन की सुगमता’ सुनिश्चित करने के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध
इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार अपने नागरिकों के लिए ‘जीवन की सुगमता’ सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है तथा इस दिशा में आगे भी कदम उठाती रहेगी। निर्मला सीतारमण ने यह भी कहा कि 2014 से किए गए सुधार जारी रहेंगे, जो भारत के लिए व्यापक आर्थिक स्थिरता और विकास प्रदान करेंगे। उन्होंने वैश्विक चुनौतियों के बीच हाल के वर्षों में भारत के विकास की सराहनीय गाथा पर भी प्रकाश डाला तथा कहा कि आने वाले वर्षों के लिए एक आशावादी आर्थिक दृष्टिकोण है।