राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के लागू होने की चौथी वर्षगांठ आज सोमवार को मनाई जा रही है। इस अवसर पर नई दिल्ली में ‘अखिल भारतीय शिक्षा समागम’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कई महत्वपूर्ण पहलों की शुरुआत की गई
यह कार्यक्रम नई दिल्ली के मानिक शॉ सेंटर के ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया। इस अवसर पर कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जयंत चौधरी और शिक्षा एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री डॉ. सुकांत मजूमदार तथा शिक्षा राज्य मंत्री मौजूद रहे। उनके अलावा कार्यक्रम में अनेक प्रतिष्ठित शिक्षाविद, विश्वविद्यालयों के कुलपति, अधिकारी, छात्र इत्यादि भी शामिल हुए।
इस कार्यक्रम में शिक्षा विभाग की कई महत्वपूर्ण पहलों का उद्घाटन किया गया। इनमें विभिन्न भारतीय भाषाओं को सीखने में सुविधा प्रदान करने के लिए समर्पित टीवी चैनल, एक तमिल चैनल; 54 भाषाओं के अनुसरण में 25 भारतीय भाषाओं में प्रारंभिक कक्षाओं के लिए प्राइमर; स्कूलों में अध्ययन को एक मजेदार, तनाव मुक्त अनुभव में बदलने के उद्देश्य से 10 दिन बिना बैग संबंधी दिशा-निर्देश; स्कूलों में तनाव रहित अनुभव; कैरियर मार्गदर्शन दिशा-निर्देश, 500 से अधिक जॉब कार्डों की एक विशाल लाइब्रेरी; ब्रेल और ऑडियो पुस्तकों में एनएमएम और एनपीएसटी; एआईसीटीई और एआईएम द्वारा स्कूल इनोवेशन मैराथन; और स्नातक विशेषताएं एवं व्यावसायिक दक्षताएं इत्यादि शामिल हैं।
छात्रों को मिली कई बड़ी सौगात
इस अवसर पर ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020’ (NEP-2020) लागू होने के बारे में अनुभव भी साझा किए गए। इसके साथ ही छात्रों और शिक्षकों के बीच भारतीय ज्ञान प्रणाली को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई पुस्तकों और व्याख्यान नोट्स का भी अनावरण किया गया।
उल्लेखनीय है कि शिक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित ‘अखिल भारतीय शिक्षा समागम’ की परिकल्पना ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020’ को अपनाने का उत्सव मनाने के लिए एक कार्यक्रम के रूप में की गई ताकि इसके प्रभावी कार्यान्वयन के लिए विभिन्न हित धारकों की प्रतिबद्धता को फिर से मजबूत किया जा सके।