महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले विपक्षी दलों ने एक बार फिर ईवीएम में गड़बड़ी का मुद्दा उठाया, लेकिन मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने मंगलवार को कहा कि जनता ने मतदान में हिस्सा लेकर सवालों के जवाब दे दिए हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, “जनता मतदान में हिस्सा लेकर सवालों के जवाब देती है। जहां तक ईवीएम का सवाल है, वे 100 फीसदी सुरक्षित हैं। अगर वे आज फिर सवाल उठाते हैं, तो हम उन्हें फिर से बताएंगे।”
इससे पहले कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने दावा किया था कि ईवीएम में गड़बड़ी हो सकती है।राशिद अल्वी ने कहा, “महाराष्ट्र में विपक्ष को ईवीएम के बजाय पेपर बैलेट से मतदान करवाने पर जोर देना चाहिए। अन्यथा महाराष्ट्र में भाजपा सरकार और चुनाव आयोग कुछ भी कर सकते हैं।पिछले हफ्ते कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंपा और कहा कि उन्हें उम्मीद है कि निकाय इस मुद्दे का संज्ञान लेगा और उचित निर्देश देगा।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पार्टी के संचार प्रभारी महासचिव ने लिखा, “9 अक्टूबर को कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने चुनाव आयोग को शिकायतों से भरा ज्ञापन सौंपा था। इसे आगे बढ़ाते हुए हमने हरियाणा के 20 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव प्रक्रिया में गंभीर और स्पष्ट अनियमितताओं को उजागर करते हुए एक अद्यतन ज्ञापन दिया है। हमें उम्मीद है कि चुनाव आयोग इसका संज्ञान लेगा और उचित निर्देश जारी करेगा।” कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि पार्टी ने 20 सीटों की सूची भेजी है, जिन पर उम्मीदवारों ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में ईवीएम की मतगणना को लेकर अपनी लिखित और मौखिक शिकायतें प्रस्तुत की हैं।