पैरालंपिक खेलों के लिए एक बार फिर पेरिस में खिलाड़ियों का जमघट लगने लगा है। पैरालंपिक खेलों का उद्घाटन आज फ्रांस की राजधानी पेरिस में होगा। 28 अगस्त से 9 सितंबर तक चलने वाले खेलों में इस बार भारत के 84 भारतीय एथलीट भाग ले रहे हैं। भारत का इन खेलों में यह अब तक का सबसे बड़ा दल है। भारत इस बार 12 स्पर्धाओं में भाग लेगा।
पैरालंपिक खेलों में भारतीय एथलीट पैरा साइकिलिंग, पैरा जूडो और पैरा रोइंग में भारतीय एथलीट पहली बार चुनौती रखेंगे। भारत का अभियान गुरुवार से पैरा बैडमिंटन में शुरू होगा, इसमें कृष्ण नागर पुरुष सिंगल्स में अपनी चुनौती रखेंगे। अवनी लेखरा और मनीष नरवाल भी पैरा निशानेबाजी में निशाना साधेंगे। पैरा तीरंदाजी, पैरा साइकिलिंग, पैरा ताइक्वांडो, पैरा तैराकी और पैरा टेबल टेनिस स्पर्धाओं में भी भारतीय एथलीट जोर आजमाइश करेंगे। पैरा एथलेटिक्स स्पर्धाएं 30 अगस्त से शुरू होंगी। इसमें 38 भारतीय एथलीट भाग लेंगे। भाला फेंक में टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता सुमित अंतिल और टेबल टेनिस में भाविना पटेल महिला सिंगल्स में चुनौती रखेंगी।
28 अगस्त से 9 सितंबर तक चलने वाले खेलों में भारतीय प्रतियोगी टोक्यो 2020 के 19 पदकों के अपने पिछले रिकॉर्ड को पार करने का प्रयास करेंगे। प्रमुख दावेदारों में सुमित अंतिल, अवनि लेखरा, मनीष नरवाल और कृष्णा नागर शामिल हैं, जो सभी अपने खिताब का बचाव करेंगे और एक बार फिर स्वर्ण पदक की तलाश करेंगे।
बता दें कि टोक्यो पैरालंपिक गेम्स में भारत की तरफ से 54 एथलीट का दल गया था जिसमें कुल 19 पदक जीतने में सफलता मिली थी। भारत ने 5 गोल्ड, 8 सिल्वर और 6 ब्रॉन्ज मेडल जीते थे। पिछले पैरालंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले 5 में से चार पैरा एथलीट इस बार भी हिस्सा ले रहे हैं।