पेरिस ओलंपिक में दो बार की ओलंपिक पदक विजेता और भारत की स्टार निशानेबाज मनु भाकर ओलंपिक के समापन समारोह में देश की ध्वजवाहक होंगी। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने सोमवार को एक बयान जारी कर इस बात की पुष्टि की। पुरुष ध्वजवाहक का चयन बाद में किया जाएगा।
आईओए ने की घोषणा
आईओए के बयान में कहा गया, “आईओए अध्यक्ष डॉ. पीटी उषा और चीफ डी मिशन गगन नारंग को यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि पिस्टल शूटर मनु भाकर समापन समारोह में ध्वजवाहक होंगी। पुरुष ध्वजवाहक का चयन बाद में किया जाएगा।”
साथ ही भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) ने ध्वजवाहक के रूप में चुने जाने पर उनकी प्रतिक्रिया का एक वीडियो पोस्ट किया। एसएआई मीडिया ने पोस्ट में कहा, “बेशुमार खुशी! मनु भाकर को पता चला है कि उन्हें पेरिस ओलंपिक के समापन समारोह में ध्वजवाहक के रूप में चुना गया है। भाकर ने पेरिस में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और ग्रीष्मकालीन खेलों में दो कांस्य पदक जीतकर कई उपलब्धियां हासिल कीं।”
भारत के लिए ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली महिला निशानेबाज
बता दें कि मनु भाकर ने महिलाओं की व्यक्तिगत 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में तीसरा स्थान हासिल करके मौजूदा ओलंपिक में भारत के लिए पदक तालिका में पहला स्थान हासिल किया, जिससे वह भारत के लिए ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली महिला निशानेबाज बन गईं। उसके बाद, सरबजोत सिंह और भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल (मिश्रित टीम) स्पर्धा में कांस्य पदक जीता, जो भारत का पहला शूटिंग टीम और भाकर का दूसरा पदक था।
दो पदक जीतने वाली भारतीय दल की पहली एथलीट
भाकर के पास पेरिस से तीन पदक लेकर लौटने का मौका था। लेकिन अपने अंतिम स्पर्धा में, वह ऐतिहासिक ग्रैंड ट्रेबल से चूक गईं और महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल शूटिंग स्पर्धा में चौथे स्थान पर रहीं।
भाकर स्वतंत्रता के बाद पेरिस ओलंपिक के एक ही संस्करण में दो पदक जीतने वाली भारतीय दल की पहली एथलीट हैं। इससे पहले 1900 के ओलंपिक में, नॉर्मन प्रिचर्ड ने भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए दो पदक जीते थे, दोनों ही 200 मीटर और 200 मीटर बाधा दौड़ में रजत पदक थे।