प्रधानमंत्री मोदी ने गर्मी की छुट्टियों में युवाओं को उनके व्यक्तिगत विकास के लिए कुछ रचनात्मक सीखने को कहा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज मंगलवार को देशभर के युवाओं को उनकी गर्मी की छुट्टियों के लिए शुभकामनाएं देते हुए उन्हें इस समय का उपयोग आनंद, सीखने और व्यक्तिगत विकास के लिए करने के लिए प्रोत्साहित किया।
पीएम मोदी ने तेजस्वी सूर्या की एक पोस्ट के जवाब में कहा
प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, एक्स पर लोकसभा सांसद तेजस्वी सूर्या की एक पोस्ट का जवाब देते हुए उन्होंने लिखा, “मैं अपने सभी युवा मित्रों को एक समृद्ध अनुभव और आनंदमय छुट्टियों की शुभकामनाएं देता हूँ। जैसा कि मैंने पिछले रविवार को #मनकीबात में कहा था, गर्मी की छुट्टियां आनंद लेने, सीखने और आगे बढ़ने का एक शानदार अवसर प्रदान करती हैं। इस दिशा में ऐसे प्रयास बहुत अच्छे हैं।”
तेजस्वी सूर्या ने एक एक्स पोस्ट में समर कैंप के बारे में बताया
सांसद तेजस्वी सूर्या ने सोमवार को अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक पोस्ट में समर कैंप के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमने 8 से 14 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए एक सप्ताह तक चलने वाले बेंगलुरु दक्षिण समर कैंप की शुरुआत की है, जो कि क्षेत्र के 10 केंद्रों पर चल रहा है। योग एवं ध्यान, गीता पाठ, नृत्य फिटनेस, आत्मरक्षा और चित्रकला के सत्रों के साथ, इन गतिविधियों के माध्यम से लगभग 2,500 युवा इन छुट्टियों के दौरान अतिरिक्त कौशल सीख रहे हैं। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कल के #मनकीबात संदेश के अनुरूप है, जिसमें उन्होंने बच्चों से इस गर्मी में मौज-मस्ती और सीखने का मिश्रण करने का आग्रह किया था।
तेजस्वी सूर्या ने कैंप की कुछ झलकियां और बच्चों के साथ अपनी बातचीत की तस्वीरें भी साझा कीं।
यह समय किसी नई हॉबी को अपनाने के साथ ही अपने हुनर को और तराशने का भी है
दरअसल, रविवार, 30 मार्च को मन की बात की 120वीं कड़ी में अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि जब परीक्षाएं आती हैं, तो युवा साथियों के साथ मैं ‘परीक्षा पे चर्चा’ करता हूं। अब परीक्षाएं हो चुकी हैं। बहुत सारे स्कूलों में तो दोबारा क्लास शुरू होने की तैयारी हो रही है। इसके बाद गर्मी की छुट्टियों का समय भी आने वाला है। साल के इस समय का बच्चों को बहुत इंतजार रहता है। मुझे तो अपने बचपन के दिन याद आ गए जब मैं और मेरे दोस्त दिनभर कुछ-ना-कुछ उत्पात मचाते रहते थे। लेकिन साथ ही हम कुछ रचनात्मक भी करते थे, सीखते भी थे। गर्मियों के दिन बड़े होते हैं, इसमें बच्चों के पास करने को बहुत कुछ होता है। यह समय किसी नई हॉबी को अपनाने के साथ ही अपने हुनर को और तराशने का भी है।
बच्चों के लिए ऐसे प्लटफॉर्म की कमी नहीं, जहां वे काफी कुछ सीख सकते हैं
पीएम मोदी ने मन की बात में कहा कि आज बच्चों के लिए ऐसे प्लटफॉर्म की कमी नहीं, जहां वे काफी कुछ सीख सकते हैं। जैसे कोई संस्था प्रौद्योगिकी शिविर( टेक्नोलॉजी कैंप) चला रही हो, तो बच्चे वहाँ ऐप बनाने के साथ ही ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर (open-source software) के बारे में जान सकते हैं। अगर कहीं पर्यावरण की बात हो, थिएटर की बात हो, या लीडरशिप की बात हो, ऐसे भिन्न-भिन्न विषय के कोर्स होते रहते हैं, तो, उससे भी जुड़ सकते हैं। ऐसे कई स्कूल हैं जो भाषण या तो ड्रामा सिखाते हैं, ये बच्चों को बहुत काम आते हैं।
उन्होंने कहा कि इन सबके अलावा आपके पास इन छुट्टियों में कई जगह चल रहे स्वयंसेवी गतिविधियाँ, सेवा कार्यों से भी जुड़ने का अवसर है। ऐसे कार्यक्रमों को लेकर मेरा एक विशेष आग्रह है। अगर कोई संगठन, कोई स्कूल या सामाजिक संस्थाएं, या तो फिर साइंस सेंटर ऐसी ग्रीष्मकालीन गतिविधियाँ करवा रहे हों, तो इसे #MyHolidays के साथ जरूर साझा करें। इससे देश-भर के बच्चे और उनके माता-पिता को इनके बारे में आसानी से जानकारी मिल सकेगी।