प्रतिक्रिया | Sunday, September 08, 2024

पीएम मोदी 21-22 मार्च को दो दिवसीय भूटान की राजकीय यात्रा करेंगे। यह यात्रा भारत और भूटान के बीच नियमित उच्च स्तरीय आदान-प्रदान की परंपरा और सरकार की पड़ोसी प्रथम नीति पर जोर देने के अनुरूप है।
विदेश मंत्रालय के मुताबिक ​यात्रा के दौरान पीएम मोदी भूटान के राजा  जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और भूटान के चौथे राजा जिग्मे सिंग्ये वांगचुक से मुलाकात करेंगे। पीएम भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे के साथ भी बातचीत करेंगे।

​भारत और भूटान में एक अनूठी और स्थायी साझेदारी
बता दें कि ​भारत और भूटान एक अनूठी और स्थायी साझेदारी साझा करते हैं जो आपसी विश्वास, समझ और सद्भावना पर आधारित है। दोनों देशों की साझा आध्यात्मिक विरासत और लोगों के बीच मधुर संबंध हमारे असाधारण संबंधों में गहराई और जीवंतता जोड़ते हैं। यह यात्रा दोनों पक्षों को हित के द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मामलों पर विचारों का आदान-प्रदान करने और हमारे लोगों के लाभ के लिए हमारी अनुकरणीय साझेदारी को विस्तारित और तीव्र करने के तरीकों पर विचार-विमर्श करने का अवसर प्रदान करेगी।

पीएम बनने के बाद पहली विदेश यात्रा पर भारत आए
इससे पहले भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे इसी महीने भारत की आधिकारिक यात्रा आए। फरवरी 2024 में पदभार संभालने के बाद उनकी यह पहली विदेश यात्रा रही। दोनों नेताओं ने बुनियादी ढांचे के विकास, संपर्क, ऊर्जा, जलविद्युत सहयोग, लोगों के बीच आदान-प्रदान और विकास सहयोग सहित द्विपक्षीय साझेदारी के विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने भारत-भूटान की विशिष्ट और अद्वितीय मित्रता को और मजबूत बनाने की अपनी प्रतिबद्धता की भी पुष्टि की।

भारत को बताया भरोसेमंद भागीदार
अपने दौरे के दौरान भूटान के प्रधानमंत्री ने भूटान की विकासात्मक प्राथमिकताओं में एक विश्वसनीय, महत्वपूर्ण और भरोसेमंद भागीदार के रूप में भारत की असाधारण भूमिका की सराहना की। भूटान नरेश की ओर से प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भूटान आने का निमंत्रण दिया था।

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आखरी अपडेट: 7th Sep 2024