केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि पीएम मोदी की मजबूत नीतियों के चलते भारत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में दुनिया का नेतृत्व करेगा। उन्होंने मुंबई टेक वीक 2025 में बोलते हुए कहा कि भारत में डिजिटल टेक्नोलॉजी के विकास के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर, निवेश और टैलेंट मौजूद है।
भारत एआई को अपनाने में दुनिया के अन्य देशों से आगे निकल रहा है। 2024 में भारत में 3 अरब एआई-संबंधित ऐप डाउनलोड हुए, जो अमेरिका (1.5 अरब) और चीन (1.3 अरब) से कहीं अधिक हैं। माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने इसे ‘यूज केस कैपिटल ऑफ एआई’ कहा है, जिसका मतलब है कि भारत न सिर्फ एआई पर शोध कर रहा है, बल्कि इसका वास्तविक उपयोग भी सबसे अधिक कर रहा है।
हाल ही में पेरिस में हुए एआई एक्शन समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एआई सिर्फ एक देश का विषय नहीं है, बल्कि यह पूरी दुनिया की जिम्मेदारी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि एआई नैतिक (ethical), समावेशी (inclusive) और भरोसेमंद (trustworthy) होना चाहिए। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि एआई दुनिया के राजनीति, अर्थव्यवस्था, सुरक्षा और समाज को नया रूप दे रहा है, इसलिए इसके लिए मजबूत वैश्विक नियम और गाइडलाइंस बनाना जरूरी है ताकि इसका लाभ सभी को मिले।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी घोषणा की कि भारत अगले बड़े एआई सम्मेलन की मेजबानी करेगा। इस सम्मेलन का उद्देश्य दुनिया को यह दिखाना होगा कि एआई का सही और जिम्मेदार तरीके से उपयोग कैसे किया जा सकता है।