प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना ने एक बड़ा मुकाम हासिल किया है। इस योजना के तहत अब तक 6.85 लाख से अधिक रूफटॉप सोलर पैनल का इंस्टालेशन हो चुका है। इस साल फरवरी में शुरू हुई इस योजना के तहत अब तक 6,85,763 इंस्टालेशन हो चुका है जो पिछले 10 सालों में हुए इंस्टालेशन का 86 प्रतिशत है।
योजना के तहत सबसे अधिक मांग 3-5 किलोवाट लोड सेगमेंट में रही, जो कुल इंस्टालेशन का 77 प्रतिशत है जबकि 14 प्रतिशत इंस्टालेशन 5 किलोवाट से अधिक के सेगमेंट में हुए। गुजरात में सबसे ज्यादा इंस्टालेशन हुए हैं इसके बाद महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और केरल का स्थान है।
गुजरात में इस योजना के तहत 2,86,545 सोलर इंस्टालेशन किए गए हैं। महाराष्ट्र 1,26,344 इंस्टालेशन के साथ दूसरे स्थान पर है और उत्तर प्रदेश 53,423 इंस्टालेशन के साथ तीसरे स्थान पर है। संसद में दी गई जानकारी के मुताबिक पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत अब तक लगभग 1.45 करोड़ पंजीकरण हो चुके हैं। योजना का लक्ष्य मार्च 2027 तक 1 करोड़ घरों को सोलर बिजली से जोड़ना है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई इस योजना का उद्देश्य वित्त वर्ष 2027 तक आवासीय क्षेत्र में 1 करोड़ रूफटॉप सोलर इंस्टालेशन करना है। इसके लिए 75,021 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है।
फिलहाल, त्रिपुरा, झारखंड, अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर जैसे राज्यों में इंस्टालेशन की संख्या तेजी से बढ़ रही है। योजना को जमीनी स्तर पर लोकप्रिय बनाने के लिए शहरी स्थानीय निकायों और पंचायतों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है ताकि वे अपने क्षेत्रों में रूफटॉप सोलर सिस्टम को बढ़ावा दें। इस योजना से लोगों को आय में वृद्धि, बिजली के बिलों में कमी और रोजगार के अवसर मिल रहे हैं।
1 करोड़ घरों को लाभ पहुंचाने के लक्ष्य के साथ यह योजना सरकार को सालाना 75,000 करोड़ रुपये की बिजली लागत बचाने में भी मदद करेगी। यह योजना घरों को 40 प्रतिशत तक की सब्सिडी प्रदान करती है, जिससे नवीकरणीय ऊर्जा को सस्ता और सुलभ बनाया जा रहा है। योजना को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए सरकार आरईसी, DISCOMs और वेंडर्स सहित सभी हितधारकों के साथ मिलकर काम कर रही है और इस दिशा में आने वाली सभी चुनौतियों का समाधान कर रही है।